अंचल अमीन के नहीं रहने से भूमि विवाद मामलों का नहीं हो रहा निबटारा
ऑपरेशन भूमि दखल दिहानी व अभियान बसेरा कार्यक्रम हो रहा प्रभावितपूरे जिले में है अमीन का टोटाप्रतिनिधि, धोरैयाबांका जिले के सभी अंचलों में अमीन के नहीं रहने के कारण कायार्ें का निष्पादन पूरी तरह से ठप है़ पूर्व में जिला में संविदा के आधार पर अंचल अमीनों की बहाली की गयी थी किंतु पिछले आठ […]
ऑपरेशन भूमि दखल दिहानी व अभियान बसेरा कार्यक्रम हो रहा प्रभावितपूरे जिले में है अमीन का टोटाप्रतिनिधि, धोरैयाबांका जिले के सभी अंचलों में अमीन के नहीं रहने के कारण कायार्ें का निष्पादन पूरी तरह से ठप है़ पूर्व में जिला में संविदा के आधार पर अंचल अमीनों की बहाली की गयी थी किंतु पिछले आठ माह पहले उनकी संविदा समाप्त हो गयी़ संविदा के आधार पर जो अमीन बहाल हुये थे उनके द्वारा कार्यों का निष्पादन प्रभावशाली तरीके से किया जा रहा था़ धोरैया अंचल समेत बांका के सभी अंचलों में अमीन के नहीं रहने के कारण भूमि विवाद के साथ-साथ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ऑपरेशन भूमि दखल दिहानी व अभियान बसेरा आदि पर पूरी तरह विराम लग गया है़ अब तक सरकार द्वारा इस महत्वपूर्ण मसले पर कोई विचार नहीं किया गया है़ एक तरफ सरकार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से बड़ी-बड़ी घोषणा करती जा रही है. वहीं दूसरी तरफ अंचल में अंचल अमीन के अभाव में सब कुछ अधर में लटका हुआ है़ इस संदर्भ में भूमि उपसुधार समाहर्ता सह धोरैया के वरीय प्रभारी ब्रजेश कुमार ने बताया कि पुराने कार्यरत अमीनों के रेनुअल के लिये सरकार को लिखा गया है़ अब तक किसी प्रकार का दिशा निर्देश नहीं मिला है़