पैसे के लालच में भाई ने बहन की सुरक्षा का वचन तोड़ दिया

प्रतिनिधि, बौंसीजिस बहन ने भाई की कलाई पर राखी बांध कर अपनी सुरक्षा का वचन लिया था. उसी भाई ने अपनी बहन को यूपी के अधेड़ के साथ बेचने का प्रयास किया. बहन की पथरायी आंखें अपने भाई से सवाल कर रही है कि रिश्ते को कलंकित करने वाला कार्य आपने क्यों किया. मालूम हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2015 10:05 PM

प्रतिनिधि, बौंसीजिस बहन ने भाई की कलाई पर राखी बांध कर अपनी सुरक्षा का वचन लिया था. उसी भाई ने अपनी बहन को यूपी के अधेड़ के साथ बेचने का प्रयास किया. बहन की पथरायी आंखें अपने भाई से सवाल कर रही है कि रिश्ते को कलंकित करने वाला कार्य आपने क्यों किया. मालूम हो कि बौंसी के कुशमाहा गांव में दो मासूम बच्चियों को उसके ही परिजनों द्वारा चंद रुपये के लालच में यूपी के अधेड़ के साथ बेचने का प्रयास किया जा रहा था. शनिवार को सारा समाज लड़की की मां हिमाचल देवी से पूछ रहा था कि जिस बेटी को नौ माह तक अपने गर्भ में रखा उसके बाद उसे कभी किसी तरह का कष्ट नहीं होने दिया. उसे फिर आखिर किन परिस्थितियों में बेचने का कार्य किया जा रहा था. गांव के सियाराम यादव, मुकेश कुमार, नीरज कुमार सहित अन्य लोगों का कहना था कि ऐसे में मां का रिश्ता भी कलंकित हो रहा है. दहेज देने के डर से नाबालिग बेटियों को बेच देना पाप है. शायद बेटी होना ही उन मासूमों के लिए अभिशाप बन गया. दोनों बच्ची अपनी मां, पिता व भाई से रो-रो कर कह रही है कि मुझे पैदा होते ही क्यों नहीं मार दिया. सबसे अहम सवाल तो यह है कि इस घिनौने काम को यहां तक लाने में गांव की ही बेटी नीरा देवी का हाथ है. ग्रामीणों का कहना है कि वो मां भी कभी किसी की बेटी रही होगी. उसके बावजूद भी उसने ऐसे घृणित काम किये. हालांकि पूरे गांव में पिछले तीन दिनों से गहमागहमी का माहौल है. पीडि़ता के घर महिलाओं की भीड़ उसकी मां को कोस रही है. ऐसे घिनौने कार्य के लिए गालियां दे रही है. समाज के प्रबुद्ध लोग शर्मसार हो रहे है कि उनके गांव की बदनामी हो रही है. पूरे मामले को मुखिया व सरपंच की सूझ बूझ से संभाल दिया गया.

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