पुलिस-बालू माफिया गंठजोड़ का खुलासा, थानेदार लपेटे में
जगदीशपुर/बांका: भागलपुर और बांका जिले में पुलिस-बालू माफिया और खनन विभाग के गंठजोड़ का खुलासा हुआ है. जोनल आइजी बीएस मीणा को लगातार ऐसी सूचना मिल रही थी. गुरुवार अल सुबह आइजी ने खुद जगदीशपुर, रजाैन और अमरपुर के प्रतिबंधित घाटों में छापेमारी कर दर्जन बालू लदा ट्रक-ट्रैक्टर जब्त किया. लगातार मिल रही थी सूचनाएं […]
जगदीशपुर/बांका: भागलपुर और बांका जिले में पुलिस-बालू माफिया और खनन विभाग के गंठजोड़ का खुलासा हुआ है. जोनल आइजी बीएस मीणा को लगातार ऐसी सूचना मिल रही थी. गुरुवार अल सुबह आइजी ने खुद जगदीशपुर, रजाैन और अमरपुर के प्रतिबंधित घाटों में छापेमारी कर दर्जन बालू लदा ट्रक-ट्रैक्टर जब्त किया.
लगातार मिल रही थी सूचनाएं : आइजी को बालू के अवैध उठाव की लगातार सूचनाएं पब्लिक से मिल रही थी. इस सूचना पर आइजी ने मातहत पुलिस अफसरों से जांच करायी तो उन्हें गलत रिपोर्ट दे दी गयी. मातहत पुलिस अफसरों ने जांच कर रिपोर्ट दी कि घाटों से बालू का उठाव नहीं हो रहा है.
पब्लिक की सूचना और पुलिस अफसरों की जांच रिपोर्ट में भिन्नता होने पर आइजी का शक गहराया. कई लोगों ने तो आइजी के मोबाइल पर व्हाट्सएप के जरिये घाटों से बालू उठाव से लेकर पुलिस की मिलीभगत की तसवीरें तक भेज दी. इन सूचनाएं और तसवीरों को आइजी ने गंभीरता से लिया और बिना दोनों जिले के एसएसपी-एसपी, संबंधित थानों को सूचना दिये, खुद सुरक्षा बलों के साथ गोपनीय तरीके से घाटों पर छापेमारी की. घाटों में बालू का उठाव देख आइजी भड़क उठे.
पूरी नदी को खोद डाला
छापेमारी में आइजी ने पाया कि बालू माफियाओं ने पूरी चानन नदी को ही खोद डाला है. यहीं नहीं, भागलपुर से जगदीशपुर जाने के दौरान आइजी ने पाया कि सड़क किनारे भारी मात्र में जहां-तहां बालू डंप कर रखा गया है. सड़क पर कई वाहनों में लोड बालू भी मिला. आइजी ने कहा कि बालू के अवैध कारोबार में पुलिस अफसर, थानेदारों की संलिप्तता की जांच की जा रही है. जांच में जो भी पुलिस अफसर आयेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में सरकार को भी लिखा जायेगा.
पुलिस बलों ने दो किमी क्षेत्र को घेर कर की छापेमारी
पुलिस बलों ने लगभग दो किलोमीटर के क्षेत्र को कवर कर लिया और जहां भी ट्रैक्टर मिले, उन्हें पकड़ लिया. आइजी के नेतृत्व में करीब दो घंटे तक चले ऑपरेशन के दौरान 31 ट्रैक्टर जब्त किये गये. इनमें जगदीशपुर टहसूर घाट से चार और रजाैन व अमरपुर के सिंहनान व बेरमा घाट से 27 ट्रैक्टर जब्त किये गये. आइजी ने जब्त किये गये सभी ट्रैक्टरों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया. साथ ही संबंधित थानों में बालू माफिया, ट्रैक्टर मालिक, चालक आदि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
आइजी ने फोन कर एसएसपी को बुलाया
छापेमारी के दौरान आइजी ने एसएसपी विवेक कुमार को सूचना दी. सूचना मिलते ही एसएसपी के साथ एएसपी वीणा कुमारी, एसडीओ कुमार अनुज, डीएसपी विधि-व्यवस्था राकेश कुमार, मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती, जगदीशपुर के प्रभारी थानेदार निलेश कुमार के अलावा हबीबपुर, ललमटिया, कजरैली, सजाैर आदि थाने के पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे. ज्यादातर ट्रैक्टर बांका क्षेत्र से पकड़े जाने के कारण बांका से भी रजाैन व अमरपुर पुलिस के साथ-साथ अन्य अधिकारी भी पहुंचे. अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देने के बाद आइजी व एसएसपी कजरैली के रास्ते वापस भागलपुर लौट गये और अन्य अधिकारी पुलिस बल के साथ दोपहर बाद तक बालू घाटों पर जमे रहे.
200 बलों के साथ पहुंचे जोनल आइजी
छापेमारी का ताना-बाना आइजी ने रात में तैयार कर लिया था. इसके लिए सीटीएस से आइजी ने अतिरिक्त फोर्स मंगवा लिये थे. अपने रिजर्व गार्ड को भी साथ ले लिया. करीब 200 सुरक्षा बलों के साथ आइजी मीणा जगदीशपुर के सैदपुर घाट के रास्ते चांदन नदी में प्रवेश कर गये और सिंहनान के समीप जगदीशपुर, रजाैन व अमरपुर के सीमा क्षेत्र में ट्रैक्टरों की धर-पकड़ शुरू की. अधिकारियों और पुलिस बलों के काफिले को देख नदी में रंगदारी वसूल रहे बालू माफिया, ट्रैक्टर चालक और मजदूर इधर-उधर भागने लगे. भाग-दौड़ में कई ट्रैक्टर तेजी से अधिकारियों के सामने ही भाग निकले और जो ट्रैक्टर नदी में फंस गये, उन्हें छोड़ कर चालक भाग गये. कुछ ट्रैक्टर चालकों ने बालू लदी ट्रॉली को खोल कर नदी में छोड़ दिया और इंजन लेकर भाग निकले. जो ट्रैक्टर बालू उठाने नदी में घुस रहे थे, भारी संख्या में पुलिस को देख कर भागे और ट्रैक्टरों को सुरक्षित स्थानों में छिपा दिया.