वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को घर से जैसे माहौल में रखने की पूरी कोशिश होगी. उन्हें तीन वक्त भोजन यानी सुबह का नास्ता, दोपहर और रात में भोजन कराया जायेगा. चाय आदि की व्यवस्था की जायेगी. सोने के लिए उत्तम बेड दिया जायेगा. सप्ताह में दो दिन चिकित्सक व नाई सेवा में लगाये जायेंगे. सफाई कार्य के लिए स्वीपर की तैनाती होगी. जबकि, वृद्धाजनों के लिए आश्रम के अंदर ही मेस में खाना बनाया जायेगा. इसके अलावा मनोरंजन के लिए टीवी, अखबार सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराये जायेंगे. एक निश्चित अंतराल पर नये पोशाक भी दिये जायेंगे. इस वृद्धाश्रम के संचालन के लिए प्रशासनिक स्तर पर एक कमिटी का भी गठन किया जायेगा. वरीय अधिकारी नियमित रूप या समय-समय पर इसकी जांच करेंगे.
60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को मिलेगा आश्रय वृद्धाश्रम में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को रखा जायेगा. ऐसे बुजुर्गों को यहां रखने का प्रावधान होगा, जिनका कोई सहारा या आसरा नहीं है. इसके लिए विभाग को आवेदन देना होगा. विभागीय स्तर पर आवेदनों की आवश्यक जांच के बाद वृद्धाश्रम में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी. ज्ञात हो कि जिले में एक लंबे वक्त से वृद्धाश्रम की जरुरत महसूस की जा रही थी. परंतु, जमीन सहित अन्य सारी कठिनाईयों की वजह से यह अबतक धरातल पर नहीं उतर पाया था. लेकिन, अब इसे चालू करने की हरी झंडी दे दी गयी है.—————
कहते हैं अधिकारीसितंबर माह में ओल्ड एज होम नगर परिषद बांका में चालू हो जायेगा. प्रथम सप्ताह में एजेंसी का चयन टेंडर के माध्यम से पूरा किया जायेगा. यह ओल्ड एज होम अभी किराये के मकान में संचालित होगा, जो 50 बेड क्षमता का होगा. यहां आवासीत बुजुर्गों को खाना, मनोरंजन के साथ सभी साधन उपलब्ध कराये जायेंगे. उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा जायेगा.
सुमित्रा नंदन, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, बांकाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है