ग्रामीणों ने घेरी सीडीपीओ की गाड़ी

बौंसी: आंगनबाड़ी सेविका सहायिका चयन में इन दिनों काफी हंगामा हो रहा है. गुरुवार को सांगा पंचायत के बुढ़वातरी और मंजुर कोला में भी सेविका चयन होना था. इन जगहों पर आमसभा का समय बुढ़वातरी में दस बजे सुबह और मंजुर कोला में दो बजे का दिया गया था, लेकिन सीडीपीओ की मनमानी की वजह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2015 8:15 AM
बौंसी: आंगनबाड़ी सेविका सहायिका चयन में इन दिनों काफी हंगामा हो रहा है. गुरुवार को सांगा पंचायत के बुढ़वातरी और मंजुर कोला में भी सेविका चयन होना था. इन जगहों पर आमसभा का समय बुढ़वातरी में दस बजे सुबह और मंजुर कोला में दो बजे का दिया गया था, लेकिन सीडीपीओ की मनमानी की वजह से वो अपने निर्धारित समय से तीन घंटे विलंब से बुढ़वातरी पहुंची.

इतना ही नहीं आम सभा उक्त जगह में न कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय घुठिया में करना चाह रही थी, जिसका ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया और सीडीपीओ नीलम वर्मा की गाड़ी को घंटों घेरे रखा. किसी प्रकार वह जान बचाकर वो भागने में सफल रही.

ग्रामीण सूत्रों की मानें तो सीडीपीओ द्वारा मोटी रकम लेकर बुढ़वातरी केंद्र में बहाली करने का प्रयास किया जा रहा है. जिस महिला को सेविका पद के लिए बहाल करना था, उसके पति सांगा पंचायत के कचहरी सचिव हैं.

साथ ही वार्ड दस के बुढ़वातरी में चयन होना था, लेकिन मनमाने तरीके से चयन स्थल उत्क्रमित मध्य विद्यालय घुठिया कर दिया गया. इस मामले में जब सीडीपीओ से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि सुपरवाइजर द्वारा उक्त स्थल का चयन किया गया था. मुङो इसकी कोई जानकारी नहीं थी. ग्रामीणों के विरोध करने पर बहाली को रद्द कर दिया गया है.

मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र में अब तक जितनी भी बहाली हुई है, उसमें एक स्थानीय बिचौलिये की भूमिका है. जिसके इशारे पर सीडीपीओ द्वारा सेविका सहायिका का चयन किया जा रहा है. प्रभात खबर के पास सीडीपीओ आवास में उक्त बिचौलिया द्वारा फाइलों की जांच करते हुए विडीओ ग्राफ है जिसमें साफ तौर पर उक्त व्यक्ति सीडीपीओ को निर्देश दे रहा है. इस मामले में उन्होंने बताया कि उन्हें फंसाया जा रहा है. अब तक सेविका चयन की धांधली को लेकर प्रखंड कार्यालय में आवेदकों द्वारा दर्जनों आवेदन बीडीओ को दिये गये हैं, जिसकी जांच चल रही है.

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