बारिश होते ही यूरिया की कालाबाजारी शुरू
बांका : अचानक मौसम में बदलाव आने के साथ किसान अपनी फसलों में अच्छी उपज के लिए खाद देने की तैयारी में जुट गये हैं. मालूम हो कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से किसानों चेहरा खिल उठे हैं. इसे लेकर किसान अपने धान के खेत से खर-पतवार व घास को निकाल रहे […]
बांका : अचानक मौसम में बदलाव आने के साथ किसान अपनी फसलों में अच्छी उपज के लिए खाद देने की तैयारी में जुट गये हैं. मालूम हो कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से किसानों चेहरा खिल उठे हैं. इसे लेकर किसान अपने धान के खेत से खर-पतवार व घास को निकाल रहे हैं.
इसके बाद फसल में अच्छी उपज के लिए विभिन्न तरह के खाद को डाल रहे हैं. खाद के खरीदारी के लिए सुबह से ही किसान बाजार स्थित विभिन्न खाद के दुकानों पर चक्कर लगाने लगते हैं. दूसरी ओर किसान का भीड़ व मौसम में बदलाव को देख कर यूरिया की कालाबाजारी भी होने लगी है.
भीड़ को देख कर खाद विक्रेता किसानों को मार्केट में खाद उपलब्ध नहीं रहने का हवाला देते हुए ऊंची कीमत ले रहे हैं. इस संबंध में किसान संजय मंडल, रवींद्र कुमार, सुभाष प्रसाद, जागो साह, कारू साह ने बताया कि अगस्त माह ही धान की खेती के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय है.
इसी माह में धान की फसल रोपनी के बाद प्रौढ़ होती है और फसल की अच्छी उपज के लिए किसान खाद का प्रयोग करते हैं. इसके लिए किसान खाद दुकानों का चक्कर लगा रहे हैं. इसी का फायदा उठाते हुए खाद विक्रेता खाद की कालाबाजारी कर रहे है. यहीं नहीं शहर के कई ऐसे खाद दुकान है जहां रेट चार्ट नहीं लगाया गया है. अगर किसी दुकान में है भी तो उसमें कीमत अंकित नहीं किया गया है.