बांका : बांका की धरती पर नरेंद्र मोदी तीसरे प्रधानमंत्री है, जो बांका आ रहे हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह यहां के लोगों को संबोधित कर चुके हैं.
जानकार दिवाकर झा ने बताया कि सत्तर के दशक में दो बार इंदिरा गांधी पहुंची थी, जिन्होंने महेशाडीह मैदान पर जनसभा को संबोधित किया था. ठाकुर कामख्या नारायण सिंह के विधानसभा चुनाव के वक्त वह चुनाव प्रचार के लिए पहुंची थी.
जिसके बाद 1977 में भी चुनाव प्रचार में वह पहुंची थी. हालांकि श्रीमती गांधी उस वक्त भी बांका पहुंची थी वह राष्ट्रीय अध्यक्ष थी, यह पीबीएस कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंची थी.
वहीं प्रधानमंत्री श्री सिंह 90 के दशक में इस धरती पर कदम रख चुके हैं. उनका हेलीकॉप्टर महेशाडीह के मैदान पर लैंड किया था, जबकि वो पीबीएस कॉलेज के मैदान से जनसभा को संबोधित किया थे. मोदी शुक्रवार को बांका की धरती पर पहुंचने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं.
पीएम बांका से चुनाव का करेंगे शंखनाद
पीएम के कार्यक्रम स्थल को एसपीजी ने लिया अपनी जद में
मुख्य सचिव कार्यालय बिहार के पत्र के अनुसार प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर व्यापक सुरक्षा इंतजाम करने के आदेश दिये गये हैं. प्रधानमंत्री के आगमन व प्रस्थान के समय भीड़ को देखते हुए एक्सेस कंट्रोल पर विशेष नजर रखने के आदेश दिये गये हैं. एंटी सबोटेज चेकिंग भी करना है.
इसके तहत प्रधानमंत्री के समीप जाने वाले लोगों को मेटल डिटेक्टर से जांचा जायेगा.
हेलीपैड पर जायेंगे केंद्रीय मंत्री
भाजपा व उनके सहयोगी दलों के चिह्नित कार्यकर्ता, केंद्रीय मंत्री व पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे. इनका क्रम प्रोटोकोल के तहत होगा, जो प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्वागत बुके देकर करेंगे.
यहां पर भी ब्लू बुक के तहत सुरक्षा मुहैया करायी जायेगी. इस स्थान पर वरीय उपसमाहर्ता नीरज कुमार व बेलहर एसडीपीओ पीयूष कांत की प्रतिनियुक्ति की गयी है.पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की जायेगी.
मानव बम को ध्यान में रखकर किसी भी अंजान व्यक्ति को उनके नजदीक जाने पर भी रोक लगायी गयी है. पुलिस, सेना की वर्दी व मीडिया कर्मी के छद्म रूप में भी कोई व्यक्ति न पहुंचे इसका ख्याल रखा गया है.
ली जायेगी प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की तलाशी
वायुयान के प्रस्थान के कम से कम आधे घंटे पहले एंटी सबोटेज जांच की जायेगी. यह जांच विशेष शाखा के पुलिस उपाधीक्षक व थानाध्यक्ष , वायुयान के सहचालक द्वारा की जायेगी. जांच वायुयान के कैप्टन द्वारा उपलब्ध कराये गये सर्च लिस्ट के आलोक में की जायेगी.
अन्य पार्ट की जांच करने के लिए कैप्टन से अनुरोध किया जायेगा. मंच व हेलीपैड के बीच चार इंस्पेक्टर, 16 दारोगा व 240 लाठी बल लगाये गये हैं. प्रधानमंत्री के बैगेज के लिए एक पदाधिकारी व चार सिपाही की तैनाती की गयी है. वे अपनी बांहों पर हरी पट्टी लगा कर पीएम के बैगेज को प्रभार में लेकर उचित स्थान पर पहुंचा देंगे व वापसी के समय संबंधित पदाधिकारियों को सुपूर्द कर देंगे.
कारकेट की व्यवस्था
पीएम के कारकेट में कई प्रकार के वाहन रहेंगे. जिसमें भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है.
वार्निंग कार , पायलट कार,मीडिया कार
,वीवीआइपी कार,स्कोर्ट-1,स्कोर्ट-2,
स्पेयर कार (बुलेट अवरोधक), पार्टी कार,एंबुलेंस,टेल कार.
पांच श्रेणी में रहेगी सुरक्षा
पीएम की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किये जा रहे है. जिसके तहत 13 हजार जवान की तैनाती की जा रही है. साथ ही करीब तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मी को सादे लिबास में लगाया गया है.
आउटर कॉरडोन
इसमें काफी संख्या में जिला पुलिस के सशस्त्र बल व लाठी बल की तैनाती की गयी है. इसके अतिरिक्त क्यू आर टी के रूप में पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित पुलिस बल भी रहेंगे,
जिनके पास स्वचालित हथियार रहेगा. जो कैंप कमांडेंट के आदेशानुसार आवश्यकता पड़ने पर प्रयोग भी कर सकते हैं.
इनर कॉरडोन
इसका काम विपरीत परिस्थिति में पदाधिकारियों व अतिथियों के लिए रास्ता बनाना व सामान्य स्थिति में प्रॉक्सीमेट जोन में अधिकृत व्यक्तियों को ही जाने देना. जबान सादे लिबास में हथियार के साथ लैस रहेंगे.
आइसोलेशन कॉरडोन
इस घेरे में एसपीजी के पदाधिकारी रहेंगे, इनकी सहायता के लिए एक टुकड़ी विशेष शाखा के पदाधिकारी रहेंगे. इनका काम होगा कि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति पीएम के करीब न जा सकें.
कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा
कार्यक्रम स्थल पर आने जाने के लिए 16 प्रवेश व निकासी द्वार का निर्माण किया गया है. इसमें तीन तीन की संख्या में डीएफएमडी लगाये गये हैं. कार्यक्रम स्थल की जांच डीएसएमडी,
बीडीडीएस व स्वान दस्ता से कार्यक्रम के दिन व उसके दो दिन पूर्व करेंगे. कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने वाले लोगों की विशेष जांच हो इसके लिए पर्याप्त संख्या में डीएफएमडी व एचएचएमडी का प्रयोग किया जायेगा.
मंच पर कम से कम अतिथियों के बैठने की व्यवस्था की गयी है. डी एरिया में जाली लगाया गया है. दर्शक दीर्घा को इस प्रकार से बनाया गया है कि कोई दर्शक इस दीर्घा से दूसरे दीर्घा में प्रवेश न कर सकें.