ग्रामीणों की कैसे बुझेगी प्यास, खुद प्यासी है जलमीनार
बेलहर : प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचइडी विभाग से बना जलमीनार ग्रामीणों की प्यास बुझाने के बजाय खुद वर्षों से प्यासी है. पीएचइडी विभाग से बनाया गया जल मीनार कभी भी लोगों को पानी सप्लाई नहीं किया गया है. बेलहर वासियों को केवल यह कह कर गर्भ होता है कि हमारे यहां भी पीएचइडी का जलमीनार […]
बेलहर : प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचइडी विभाग से बना जलमीनार ग्रामीणों की प्यास बुझाने के बजाय खुद वर्षों से प्यासी है. पीएचइडी विभाग से बनाया गया जल मीनार कभी भी लोगों को पानी सप्लाई नहीं किया गया है. बेलहर वासियों को केवल यह कह कर गर्भ होता है कि हमारे यहां भी पीएचइडी का जलमीनार बना हुआ है,
लेकिन इसके बनने के बाद से दिल में यह मलाल बना हुआ है कि एक दिन भी पीने का पानी सप्लाई नहीं किया गया. सरकार द्वारा पेय जल समस्या को लेकर बनाया गया यह जलमीनार आम जनता के उपयोग किये इसे दो चार वर्षों में मरम्मती कराने के नाम पर लाखों की योजना चलाया जाता है. जिस क्रम में संवेदक और विभाग के कर्मियों का चांदी ही चांदी हो जाती है. पूरे बेलहर बाजार क्षेत्र के पानी में आयरन एवं फ्लोराइड की मात्रा काफी अधिक है.
जिससे लोगों को अनेकों तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. उसके बाद भी पीएचइडी विभाग द्वारा पानी सप्लाई का काम कागज पर दिखा कर लोगों को शुद्ध जल से वंचित रखते है. सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि जल मीनार के बने लगभग चालीस वर्ष हो चुका है, लेकिन आज तक एक भी कनेक्शन विभाग द्वारा ग्रामीणों को नहीं दिया गया है. लगभग 15 वर्ष पहले बेलहर बाजार के लगभग 50 ग्रामीणों ने शुल्क जमा कर कनेक्शन कराया था,
लेकिन आज तक न तो कनेक्शन जोड़ा गया नहीं पानी सप्लाई की गयी. इस समस्या को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार विभाग को लिखित एवं मौखिक शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इस संबंध में विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि यहां बिजली की समस्या से पानी सप्लाई बाधित रहती है. जबकि बिजली विभाग का कहना है कि कभी भी पीएचइडी से बिजली नहीं मांगा जाता है. ऐसे में जनता जल मीनार को देख कर संतोष कर रहे हैं.