विरोध के बाद भी सफल हुए गिरिधारी यादव
विरोध के बाद भी सफल हुए गिरिधारी यादवबांका. महागंठबंधन में शामिल बेलहर से जद यू विधायक गिरिधारी यादव ने कुछ दिन पूर्व ही यह घोषणा की थी कि बेलहर की जनता उनके साथ है. इसलिए सांसद और बेलहर से राजद के पूर्व प्रत्याशी रामदेव यादव को प्रचार करने की जरूरत नहीं है. मालूम हो कि […]
विरोध के बाद भी सफल हुए गिरिधारी यादवबांका. महागंठबंधन में शामिल बेलहर से जद यू विधायक गिरिधारी यादव ने कुछ दिन पूर्व ही यह घोषणा की थी कि बेलहर की जनता उनके साथ है. इसलिए सांसद और बेलहर से राजद के पूर्व प्रत्याशी रामदेव यादव को प्रचार करने की जरूरत नहीं है. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही सांसद व विधायक के बीच वाक् युद्ध होता रहा है. चुनाव की घोषणा बाद के साथ ही बेलहर से प्रत्याशी के बदलने की पूरी संभावना थी. लेकिन जदयू ने गिरिधारी यादव पर ही दावं लगाया था. इसके बाद कई सांसद समर्थक राजद छोड़ भाजपा में शामिल हो गये थे. फिर भी बेलहर से गिरिधारी यादव ही चुनाव जीते. वहीं बांका विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी सरपंच इकबाल को इस बार राजद ने मौका नहीं दिया था. बांका के पूर्व विधायक सह निवर्तमान पर्यटन मंत्री के परिवार के सदस्य भी बांका विधानसभा से टिकट के दावेदारी में थे. लेकिन यहां से जफरूल होदा को ही टिकट दिया गया. और बांका विधानसभा से राजद प्रत्याशी श्री होदा की हार हुई.