कभी लाखों दीये से जगमग होता था लखदीपा
कभी लाखों दीये से जगमग होता था लखदीपा – लाखों दीप से जगमग होने वाला लखदीपा मंदिर खो रहा है अस्तित्व – लखदीपा के जीर्णोद्धार से वापस हो सकता प्राचीन गौरवप्रतिनिधि, बौंसीकभी लाखों दिये से जलने वाला लखदीपा मंदिर आज भी प्राचीन गौरव की खंडहर बन कर मौजूद है. प्राचीण काल से ऐसी मान्यता है […]
कभी लाखों दीये से जगमग होता था लखदीपा – लाखों दीप से जगमग होने वाला लखदीपा मंदिर खो रहा है अस्तित्व – लखदीपा के जीर्णोद्धार से वापस हो सकता प्राचीन गौरवप्रतिनिधि, बौंसीकभी लाखों दिये से जलने वाला लखदीपा मंदिर आज भी प्राचीन गौरव की खंडहर बन कर मौजूद है. प्राचीण काल से ऐसी मान्यता है कि बौंसी, जिसे तभी वालीशा नगरी के नाम से जाना जाता था, के प्राचीण मंदिर में दीपावली के दिन नगर के हर घर से एक दीया जलाया जाता था. कहा जाता है कि इस मंदिर में दीये जलाने से पूरे साल परिवार में खुशियां रहती थीं. भगवान मधुसूदन पर्वत पर विराजमान रहते थे, जो खुद इस दृश्य को देखने के लिए मंदार पर्वत से नीचे उतरते थे. आज 100 सालों से इस मंदिर में दीये नहीं जलाये जाने से इसकी अस्मिता खतरे में आ गयी है. आज लखदीपा मंदिर के अवशेष ही बचे हैं. उसमें खड़े दीवारों पर बारह बारह पंक्तियों में ताखे बचे हैं. जो खंडहर के रूप में तब्दील हो गये. वहीं लखदीपा तक पहुचने का मार्ग तक नहीं बचा है. उबड़ खाबड़ रास्तों से होकर कटीली झाड़ियों के बीच से मंदिर तक जाने का मार्ग काफी दुर्गम है. सैलानी वहां तक जाने का जोखिम नहीं उठाते. जिस लखदीपा मंदिर की चर्चा मध्यकालीन भारत के राजा धर्मपाल की स्थापना काल से जुड़ी है. 770 ई. से 800 ई. तक पाल वंश के इस शासक ने इस भव्य नगरी का निर्माण किया था. इतिहासकारों का मानना है कि औरंगजेब के शासन काल में काला पहाड़ ने 1573 ई. में लखदीपा मंदिर को तोड़ फोड़ दिया था. उसके बाद काफी समय बाद तक यहां पर दीये जलते थे. लेकिन धीरे – धीरे इसे भुला दिया गया और आज लखदीपा का गौरवशाली इतिहास खंडहर रह गया है. आज गौरवशाली स्थलों का विकास की तमाम वायदे किए जा रहे हैं. लेकिन प्रशासनिक एवं राजनीतिक उदासीनता के चलते लखदीपा मंदिर अपना वजूद खोता जा रहा है. विगत 4 सालों से समाजसेवी राजा राम अग्रवाल लखदीपा में अपने सहयोगियों के साथ यहां पर दीपावली के दिन कुछ दीये अवश्य जलाते हैं. उनका कहना है कि इतने कीमती धरोहर को अगर सरकार से थोड़ी मदद मिल जाये, तो बांका वासी इस धरोहर से पुन: खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे. क्या कहते है बीडीओ लखदीपा मंदिर के विकास के लिए जो भी संभव हो सकेगा, वे अपने स्तर से विकसित करने का प्रयास करेंगे. अमर कुमार मिश्रा, बीडीओ, बौंसी —————————-लखदीपा मंदिर में की गयी साफ-सफाई – समाजसेवी ने की एक दीया जलाने की अपील फोटो 9 बांका 24 : सफाई करते पदाधिकारी व समाजसेवी बौंसी. पिछले 4 सालों से लखदीपा में दिवाली का आयोजन किया जा रहा है. इस बार भी इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए बौंसी वासी लगे हुए हैं. मंदार से जुड़े आस्थावान समाजसेवी राजाराम अग्रवाल ने बताया कि आज लखदीपा में हजारों दिये जलाये जायेंगे. इसके लिए जिले वासियों से अपील की गयी है कि आज शाम चार बजे कम से कम एक दिये लाकर जलाएं. ताकि लखदीपा की महत्ता बनी रहे. मंदार की यह विशेष धरोहर है लखदीपा जहां कभी एक लाख दिये जलाए जाते थे. सबका सहयोग मिला तो जल्द ही इसका जीर्णोद्धार इस आयोजन को लेकर मंदार पर्वत के स्थित लखदीपा मंदिर की व्यापक स्तर पर साफ सफाई सोमवार को की गयी. सुबह से ही बौंसी के आस्थावान श्रद्धालु मंदार पहुंचकर लखदीपा मंदिर के अवशेषों की साफ-सफाई कर रहे थे. परिसर में उगे घास, जंगली पौधों, झाड़ियों को साफ कर परिसर को चकाचक कर दिया गया. लखदीपा में पंडित भवेश चंद्र झा के द्वारा आरती एवं द्वीप प्रज्वलन के बाद श्रद्धालु दिये जलायेंगे. उल्लेख है कि दिवाली से एक दिन पूर्व देव दिवाली के दिन शाम में यहां पर लोगों की भीड़ जुटती है और दिवाली का आयोजन किया जाता है. इस आयोजन को सफल बनाने में स्वंयसेवकों की टीम लगी है. इस मौके पर बीडीओ अमर कुमार मिश्रा, सीओ संजीव कुमार एवं थानाध्यक्ष राजनंदन कुमार भी पहुंचे. वहीं साफ सफाई में नगरी के बबलु झा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता राजेश झा, जयवंत सिंह, प्रकाश यादव सहित काफी लोग मौजूद थे. ——————-जीत पर कार्यकर्ताओं ने फोड़े पटाखे बौंसी. राजद प्रत्याशी स्वीटी सीमा हेम्ब्रम के जीत पर बौंसी में जश्न का माहौल है. कार्यकर्ताओं ने जमकर पटाखे फोडे़ और मिठाईयां बांटी. प्रखंड राजद अध्यक्ष दीपनारायण यादव ने सभी मतदाताओं व कार्यकर्ताओ को बधाई दी है. वहीं मनीष अग्रवाल ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया. चितरंजन मिश्रा ने भी राजद प्रत्याशी के जीत पर बधाई दी है. अनिरुद्घ यादव, रंजन यादव, राजीव पासवान संजय यादव, कुंदन साह कन्हैया साह के अलावे जदयु के द्वारिका मिश्रा सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने बधाई दी है. ——————–खरीदारी को लेकर बाजार में लगी रही ग्राहकों की भीड़ बौंसी. धनतेरस पर बौंसी बाजार में करीब एक करोड़ रुपये का कारोबार हुआ. दोपहर बाद से ही बाजार में ग्राहकों की ऐसी भीड़ उमड़ी की महावीर मंदिर चौक पर घंटों जाम रहा. जिसे काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने हटाया. वहीं हर तबके के लोग अपने अपने हिसाब से धनतेरस की खरीदारी कर रहे थे. बाजार के सभी दुकानों में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ी. खासकर डैम रोड में तो दोपहर बाद जाम का नजारा बना रहा. ज्वेलर्स की दुकानों, बरतन की दुकानों, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों मे लोगों ने जम कर खरीदारी की. वहीं पूजा के सामान भी लोगों ने खरीदे.