देर रात तक की गयी मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा

देर रात तक की गयी मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा फोटो : 12 बांका 12, 13, 14 : रंगीन बल्बों से सजाया गया भवन, पटाखे छोड़ते बच्चे व बनायी गयी रंगोली प्रतिनिध, बांकारौशनी का पर्व दीपावली धूमधाम के साथ बुधवार को समाप्त हो गया. पूरे शहर को रंगीन बल्बों से सजाया गया था. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2015 8:30 PM

देर रात तक की गयी मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा फोटो : 12 बांका 12, 13, 14 : रंगीन बल्बों से सजाया गया भवन, पटाखे छोड़ते बच्चे व बनायी गयी रंगोली प्रतिनिध, बांकारौशनी का पर्व दीपावली धूमधाम के साथ बुधवार को समाप्त हो गया. पूरे शहर को रंगीन बल्बों से सजाया गया था. इस दिन लक्ष्मी की पूजा भक्तों के द्वारा किया गया. दुकान, कार्यालय, घरों से अन्य स्थानों को काफी अच्छे तरह से सजाया गया था. इस दिन धन की देवी लक्ष्मी और गणेश कर लोगों ने हुका पाती खेला. शहर के कई स्थानों को सजाया गया था. वैसे तो पूरे शहर को ही रंगीन बल्बों से सजाया गया था. लेकिन फिर भी कई एक ऐसे संस्थान है जहां की सजावट देखते बनती थी. शहर के कटोरिया रोड स्थित नयाटोला मोड से लेकर शितला स्थान को रंगीन बल्लों से रोड के दोनों ओर सजाया गया था. वहीं पुरानी बस स्टैंड के समीप भी सुधा डेयरी से लेकर विश्वकर्मा मंदिर तक शहर के दोनों ओर रंगीन बल्बों से सजाया गया था. पटाखें की हुई बिक्री बुधवार व गुरुवार को पटाखे की बिक्री खूब हुई. बाजार के अनुसार दीपावली पर करीब 25 लाख के पटाखे की बिक्री हुई. जानकारी के अनुसार 15 स्टार यानी 15 आवाज वाला आकाश वाला आवाज ही करीब तीन लाख रुपये का हुआ था. वहीं रॉकेट की बिक्री भी करीब तीन से पांच लाख रुपये का हुआ है. साथ बीड़ी पटाखे की बिक्री भी खुब हुई है. यहां पर सबसे ज्यादा खरीदारी लॉकी की हुई है. लॉकी और छुर छूरी की बिक्री जम कर हुई है. देर रात तक खुले रहे प्रतिष्ठान लक्ष्मी पूजा को लेकर शहर के कई दुकान और प्रतिष्ठान देर रात तक खुले थे. दीपावली को लेकर बिक्री भी हुई फिर उसके बाद दुकान के मालिकों के द्वारा पूजा की तैयारी आरंभ की गयी. इसके बाद पंडित की तैयारी में दुकान दार काफी परेशान रहें. महंगाई के कारण पूजा सामग्री की बढ़ी कीमत भी लोगों का कमर तोड़ रही थी. बच्चों ने जमकर की आतिश बाजी दीपावली के अवसर पर छोटे छोटे बच्चों ने खुब आतिशबाजी की. इस दिन छोटे बच्चे फुलझड़ी छोड़ रहे थे तो कुछ बड़े बच्चे पटाखे और बम छोड़ रहे थे. हालांकि देर शाम को खरीदे गये पटाखे नहीं के बराबर छूट रहे थे. दुकान दारों ने बताया कि देर शाम को बिक्री हो रही थी. जिस कारण ओस की बूंद के कारण वह सेमा गया था. बच्चों ने बनायी रंगोलीधन की लक्ष्मी के आगमन को लेकर बच्चों के द्वारा घरों व मुख्य द्वारों पर रंगोली बनाया गया था. चावल को रंग कर, अबीर और रंगीन कागज से बच्चों ने रंगोली बनाया था. रंगोली बनाने में भी छात्राएं काफी मसगुल रही. बच्चों का मानना है कि रंगोली में भी सरकार या किसी एनजीओ के द्वारा प्रतियोगिता आयोजित की जानी चाहिए. ताकि बच्चों का मनोबल बढ़ा रहें.

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