कस्तूरबा वद्यिालय की छात्राओं की मुसिबत न बन जाए पेयजल संकट

कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं की मुसिबत न बन जाए पेयजल संकट- पेयजल संकट व ब्वॉयज हॉस्टल से हो रही परेशानीफोटो 29 बीएएन 63 चापाकल से निकल रहा गंदा पानीप्रतिनिधि कटोरिया कटोरिया के आदर्श मध्य विद्यालय परिसर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में रह रही करीब सवा सौ छात्राओं की सुरक्षा में सेंध लगने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2015 9:53 PM

कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं की मुसिबत न बन जाए पेयजल संकट- पेयजल संकट व ब्वॉयज हॉस्टल से हो रही परेशानीफोटो 29 बीएएन 63 चापाकल से निकल रहा गंदा पानीप्रतिनिधि कटोरिया कटोरिया के आदर्श मध्य विद्यालय परिसर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में रह रही करीब सवा सौ छात्राओं की सुरक्षा में सेंध लगने की आशंका बनी हुई है़ कस्तूरबा विद्यालय के हॉस्टल परिसर में शुद्ध पेयजल के लिए छात्राएं तरस रही है़ं नतीजतन इस समस्या से जूझ रही छात्राएं प्रत्येक दिन विद्यालय की चहारदिवारी से बाहर निकल कर रेफरल अस्पताल परिसर से पीने के लिए साफ पानी लाने को विवश है़ं कस्तूरबा विद्यालय के हॉस्टल से सटे आदर्श मध्य विद्यालय के एक भवन में करीब तीन माह पूर्व ही अनुसूचित जनजाति ब्वॉयज हॉस्टल को शिफ्ट करा दिया गया है़ जिसमें हाई स्कूल में रहने वाले करीब दो दर्जन छात्र रहकर पढ़ाई करते हैं. चूंकि अनुसूचित जनजाति छात्रावास का भवन जर्जर हो जाने के कारण उसके निर्माण होने तक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आदर्श मध्य विद्यालय के भवन में उक्त छात्रावास को शिफ्ट करा दिया गया़ लेकिन अब तक उक्त छात्रावास के निर्माण का कार्य भी शुरू नहीं हुआ है़ ब्वॉयज हॉस्टल के छात्रों को हाई स्कूल कटोरिया के भी भवन में शिफ्ट कराया जा सकता था़ वहां से छात्रों को स्कूल पहुंचने में भी आसानी होती़ इस ब्वॉयज हॉस्टल के सामने के ही खुले मैदान पर कस्तूरबा की छात्राएं खेलकूद करती है़ यदि जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में पहले ही कोई ठोस विकल्प नहीं निकाला गया, तो कभी भी किसी अप्रिय घटना घटित हो सकती है़ इस संबंध में कस्तूरबा विद्यालय के सुपरिटेंडेंट सह आदर्श मध्य विद्यालय कटोरिया के प्रधानाध्यापक अनंतकांत चौधरी ने कहा कि छात्राओं को शुद्ध पेयजल नहीं मिलने की जानकारी उन्हें नहीं थी़ इसकी शीघ्र व्यवस्था करायी जायेगी़ ताकि छात्राओं को विद्यालय परिसर के गेट से बाहर नहीं जाना पड़े़ ब्वॉयज हॉस्टल को कस्तूरबा विद्यालय के छात्रावास से सटे भवन में शिफ्ट करने से छात्राओं को असुविधा जरूर हो रही है़ निदान हेतु शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों को मामले से अवगत कराया जायेगा़ ज्ञात हो कि कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में एक सौ छात्राएं नामांकित है़ं इसके अलावा यहां मूक-बधिर पच्चीस छात्राओं को भी ठहरा कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है़

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