तीन दर्जन अखाड़ों का हुआ पहलाम
धोरैया: प्रखंड के कुरमा करबला मैदान में शनिवार की देर रात्रि जिला प्रशासन की कड़ी मशक्कत तथा बुद्धिजीवियों एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की पहल पर मुहर्रम के पहलाम की कवायद प्रारंभ हुई. समाचार संकलन तक विभिन्न गांवों के अखाड़ों द्वारा ताजिया निशान लेकर कुरमा करबला पहुंचने की प्रक्रिया देर रात तक जारी रही. बताते चलें कि धनकुंड ओपी क्षेत्र के सैनचक पंचायत के खैरा गांव में ताजिया निशान निकालने के दौरान रास्ता विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच उत्पन्न विवाद व तनाव के उपरांत हिंसक झड़प के कारण शुक्रवार को कुरमा करबला पर पहलाम कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. पहलाम स्थगित रहने की सूचना पर शनिवार को डीएम बी कार्तिकेय, एसपी पुष्कर आनंद, एसडीएम शिवकुमार पंडित, एसडीपीओ शशिशंकर कुमार, क्षेत्रीय विधायक मनीष कुमार की उपस्थिति में मध्य विद्यालय कुरमा परिसर में जिले के सभी प्रशासनिक पदाधिकारी व एक बारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के बीच हुए सशर्त समझौते के उपरांत पहलाम करने का निर्णय आपसी विचार-विमर्श के बाद लिया गया.
डीएम व एसपी की उपस्थिति में दोनों ही पक्षों द्वारा अपना-अपना धार्मिक कार्य पूर्व के परंपरागत रास्ते से संपन्न कराने पर सहमति जताने के उपरांत पहलाम किया गया.
प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई वार्ता
पहलाम शांतिपूर्वक एवं व्यवस्थित तरीके से करने हेतु प्रशासन द्वारा अल्पसंख्यक समुदायों को एक अनुशासन समिति गठन करने का प्रस्ताव दिया गया. कहा गया कि खैरा गांव में उत्पन्न विवाद को सुलझाने हेतु आगामी 24 नवंबर को एसडीएम व एसडीपीओ सहित गणमान्य लोगों की मौजूदगी में दोनों पक्षों के लोगों की बैठक आहूत की जायेगी. झारखंड से कुरमा करबला आने वाले आठ अखाड़ों को अगले वर्ष बिहार का लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा. किसी भी समस्या के स्थायी समाधान के लिए गांव के प्रमुख लोगों द्वारा आपस में सभा आहूत कर सभी अखाड़ों से पांच-पांच लोगों की कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया, जो किसी भी प्रकार के अप्रिय वारदात से निबटने व विधि व्यवस्था के सफल संचालन में प्रशासन को अपना महत्वपूर्ण सहयोग देंगे.
वार्ता में हुए शामिल
विभिन्न गांवों के हजारों अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के आपसी विचार-विमर्श के उपरांत प्रशासन से बातचीत के लिए 12 लोगों को अधिकृत किया गया.
वार्ता में मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष परवेज आलम, व्यापार मंडल अध्यक्ष मो इकबाल, प्रखंड जदयू अध्यक्ष ग्यास खां, फारूक रजा, मो रूस्तम, मो आलमगीर, मो हलीम, मो मुर्शीद, मो मुबारक, मो मोलाउद्दीन, मो हमीद एवं मो मुसलिम शामिल थे.
अधिकारियों ने किया कैंप
उत्पन्न विवाद को सुलझाने के लिए डीडीसी रमेश रंजन प्रसाद, डीआरडीए निदेशक सतीश कुमार शर्मा, ओएसडी ज्ञानेंद्र कुमार, वरीय उपसमाहर्ता डीपी शाही, अब्दुल रज्जाक, रामबाबू कुमार, प्रभात कुमार, पुलिस निरीक्षक सियाराम गुप्ता, विजय कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिशंकर पांडेय, सीओ रमेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष अजरुन सिंह, एमओ शब्बीर अहमद, बीडब्लूओ निरंजन दास आदि दिनों भर कुरमा में कैंप करते देखे गये.
इन गांवों का होता पहलाम
पहलाम करने वालों में कुरमा, फत्तुचक, पीपरा, खजूरी गड़िया, भगवानपुर, रामपुर, महेशपुर, नौवाबांध, कदमा, तेतरिया, परिहार, जाजू, रहमानडीह, जयपुर, खैरा, रणगांव, सठियारी, योगिया, हसनपुर, महिला, नंदगोला, भुसार, अस्सी, बलनचक, गोनरचक, रब्बीडीह, बैजनाथपुर, सगुनियां, करहरिया, तिलवारी व झारखंड के कोरियाना, भट्ठा, राहा, सौढा, पचुआ कित्ता, मांजर,बादे व लोचनी शामिल हैं.