देश के विकास हेतु ससमय करें कर भुगतान
देश के विकास हेतु ससमय करें कर भुगतान फोटो 10 बांका 28 संबोधित करते आयकर के अधिकारी, 29 उपस्थित व्यवसायी बांका:देश के सच्चे नागरिक वही हैं जो देश के विकास के लिए सही समय पर व सही आयकर रिटर्न अग्रिम कर के रूप में जमा करें. तभी देश के विकास में आप सबोें की भागीदारी […]
देश के विकास हेतु ससमय करें कर भुगतान फोटो 10 बांका 28 संबोधित करते आयकर के अधिकारी, 29 उपस्थित व्यवसायी बांका:देश के सच्चे नागरिक वही हैं जो देश के विकास के लिए सही समय पर व सही आयकर रिटर्न अग्रिम कर के रूप में जमा करें. तभी देश के विकास में आप सबोें की भागीदारी होगी. कर की चोरी करना अपराध है. इसे सिर्फ अपराध ही नहीं बल्कि देश के विकास में अवरोधक भी कह सकते हैं. उक्त बातें गुरुवार को शहर के होटल कृष्णा इंटरनेशनल में आयकर जागरूकता अभियान के दौरान अपर आयकर आयुक्त परिक्षेत्र-1 ने बांका के कर दाताओं को संबोधित करते हुए कही. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बांका जिले से नवंबर माह में मात्र 25 से 30 लोगों ने ही अग्रिम कर के रूप में 7 लाख 95 हजार की राशि जमा की है. जबकि बांका जिले के कारोबार को देखते हुए यह राशि कुछ भी नहीं है. देश में 22 हजार करोड़ पेन कार्ड धारी हैं जबकि मात्र 3 हजार करोड़ पेन कार्डधारियों का आयकर रिटर्न जमा हो रहा है. जो पेन कार्डधारी जमा नहीं कर रहे हैं उन्हें रिटर्न जमा करना आवश्यक है. आज देश में विकास के लिए विदेशों से कर्ज लिया जा रहा है. वही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में बुलेट ट्रेन चलाने हेतु जापान से आर्थिक मदद लेनी पड़ रही है. जबकि भारत के आबादी के सामने जापान की आबादी कुछ भी नहीं है. इसका एक ही कारण है कि यहां के लोग कर की चोरी कर रहे हैं. देश की आर्थिक स्थिति कमजोर है. भागलपुर वार्ड 1 (4) के आयकर अधिकारी आदित्य चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य यह है कि जो भी आयकर दाता हैं वो दूसरों का प्रोत्साहित करे कि वो भी सही समय पर सही रिटर्न दाखिल कर देश के विकास में हाथ बंटाये. वही बैठक में मौजूद चाटर्ड एकाउंटेंट रतन कुमार संथालिया ने कहा कि लोगों में यह भ्रम है कि बैठक में शामिल होने पर आयकर का नोटिस आ जायेगा. यह बिल्कुल भ्रामक हैं ऐसी बात नहीं है. बैठक में आने से जानकारी मिलती है. नोटिस नहीं मिलती. जो व्यवसायी अपने आमदनी के रूप कर जमा नहीं करते वैसे व्यापारी हमेशा मानसिक तनाव में रहते हैं. जब आप व्यवस्थित तरीके से व्यापार करेंगे और आमदनी के अनुरूप सरकार को टैक्स जमा करेंगे तो हमेशा मानसिक शांति बनी रहेगी. जब मन शांत होगा तो व्यापार में भी उन्नति होगी. कभी भी कोई बड़ा व्यापार या कोई भी बड़ी कंपनी से जुड़ना हो तो उस कंपनी से जुड़ने के पहले कंपनी के अधिकारी यह जानना चाहते हैं कि आप आयकर रिटर्न भरते हैं या नहीं और भरते भी हैं तो सालाना कितना टर्न ओवर है. और कितना कर सरकार के खाता में जमा करते हैं. जिनके पास बहुत रूपया है और सरकार को कर नहीं देते सिर्फ दिखावा करते हैं उन्हें बड़ी कंपनी से जुड़ने का मौका नहीं मिलता है. ऐसे व्यापारी या व्यक्ति उनके पास सब कुछ है लेकिन उनके हाथ से बड़ी कंपनी का काम निकल जाता है. इस मौके पर आयकर निरीक्षक मिलन जी, नित्यानंद शर्मा, चाटर्ड एकाउंटेंट सुनिल दारूका, राजू सिन्हा, प्रशांत शेखर, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सचिदानंद तिवारी ने भी अग्रिम आयकर संग्रहण के संगोष्ठी पर अपने- अपने विचार दिये. बैठक में होटल बिहार के शोले सिंह, व्यवसायी संजीव कुमार शर्मा, अनुपम गर्ग, संजय तिवारी, रीतेश चौधरी, गौरव मिश्रा, अजीत कुमार तिवारी, शंभू भूवानिया, सहित अन्य व्यवसायी उपस्थित थे.