दुकान बनी गोदाम, सड़क पर सजता है सामान
बांका : शहर के मुख्य बाजार की सड़कें अब काफी तंग हो गयी है. यहां आम दिनों में तो आप किसी तरह सामान खरीद कर गुजर सकते हैं, लेकिन पर्व-त्योहार पर बाजार से निकलना आसान नहीं है. यहां की अधिकतर दुकानें गोदाम बन गयी हैं और दुकान के सामान सड़क पर सजे रहते हैं. शहर […]
बांका : शहर के मुख्य बाजार की सड़कें अब काफी तंग हो गयी है. यहां आम दिनों में तो आप किसी तरह सामान खरीद कर गुजर सकते हैं, लेकिन पर्व-त्योहार पर बाजार से निकलना आसान नहीं है. यहां की अधिकतर दुकानें गोदाम बन गयी हैं और दुकान के सामान सड़क पर सजे रहते हैं.
शहर के शिवाजी चौक, गुदड़ी हटिया के समीप, करहरिया रोड, अलीगंज रोड, कचहरी जाने वाली सड़क के किनारे करीब चार सौ से अधिक दुकान हैं. इस मार्केट में शहर के कई मुहल्ला सहित आस-पास के बिसनपुर, बैसा, मंझियारा, बिंडी, गोलाहू, करनाबै, हरिपुर, भठकुंडी, भदरार, हरिपुर, शंकरपुर, खड़िहारा, रैनिया, जोगडीहा, वशीपुर, मजलिसपुर, भगवानपुर, महेशाडीह, लकड़ीकोला, जितारपुर, सैजपुर, लसकरी, तेलिया, शुराकोल, रीगा, बैद्यनाथपुर आदि ग्रामीण क्षेत्र के लोग खरीदारी करने आते हैं.
अधिकतर घरेलू खान-पान, कपड़ा, बरतन, जूता-चप्पल, साज-श्रृंगार, शादी और पूजा पाठ, फल, सब्जी सहित अन्य सामान की दुकानें हैं. बढ़ती आबादी के साथ-साथ दिनों-दिन दुकानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. गुदड़ी बाजार में सब्जी सहित दर्जनों अनाज की खुदरा व थोक दुकानें हैं. इसके अलावा शादी व पर्व त्योहार में उपयोग की सामान की दुकानें हैं.
गुदड़ी बाजार के समीप काफी दिनों से सब्जी दुकानों के अलावा एक मछली हाट भी लगता है. साथ के हाट के बाहर सड़क के किनारे चूड़ा व गुड़ सहित चूड़ी की दुकानें प्रतिदिन सजती हैं. शिवाजी चौक से कचहरी व डोकानियां मार्केट जाने वाले सड़कों के किनारे प्रतिदिन मंडी जैसा नजारा देखने को मिलता है. हालात यह है कि इन सभी जगहों पर खरीदारी को लेकर भीड़ उमड़ती है. इससे आये दिन जाम लगता रहता है.