विकास कार्य में बाधक बनी मुखिया

विकास कार्य में बाधक बनी मुखियापंचायत छोड़ एक साल से गबन के आरोप में फरार हैं मुखियावार्ड सदस्यों का आमरण अनशन का दूसरा दिन, एक अनशनकारी की हालत बिगड़ी, प्रशासन उदासीन फोटो 16 बांका 8 अनशन में शामिल वार्ड सदस्य ,प्रतिनिधि बाराहाट:बाराहाट प्रखंड के सोनडीहा उत्तरी पंचायत की बीते एक साल से फरार मुखिया बीबी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2015 9:41 PM

विकास कार्य में बाधक बनी मुखियापंचायत छोड़ एक साल से गबन के आरोप में फरार हैं मुखियावार्ड सदस्यों का आमरण अनशन का दूसरा दिन, एक अनशनकारी की हालत बिगड़ी, प्रशासन उदासीन फोटो 16 बांका 8 अनशन में शामिल वार्ड सदस्य ,प्रतिनिधि बाराहाट:बाराहाट प्रखंड के सोनडीहा उत्तरी पंचायत की बीते एक साल से फरार मुखिया बीबी सोरैया के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा एक बार फिर मुख्यालय की ओर बढ़ रहा है. लेकिन इस मामले में कुछ भी प्रशासनिक पहल होती नहीं दिख रही है और न ही मुखिया पंचायत में आ कर जनता के सामने अपनी सफाई दे पा रही है. जिससे पंचायत की जनता ने इस बार आर पार की लड़ाई का मन बना लिया है. इसका नमूना भी प्रशासनिक अधिकारियों को देखने को मिलना आरंभ हो गया है. मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय के परिसर में पंचायत के उप मुखिया सहित कई वार्ड सदस्यों ने आमरण अनशन आरंभ कर दिया है.अनशन पर बैठे पंचायत के उप मुखिया प्रकाश यादव ने पंचायत की मुखिया बीबी सोरैया के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए साथ ही प्रशासन पर उन्हें बचाने का आरोप लगाया. कहा मुखिया अपनी पहुंच के बल पर ही इतने दिनों पुलिस की आंख में धूल झोक रही हैं. ऐसे में पंचायत का विकास कार्य बीते एक साल से रुका हुआ है. जिससे खासकर मनरेगा मजदूरों की हालत भूखे मरने जैसी हो गयी है . अनशनकारी की हालत बिगड़ी:- अनशन के दूसरे दिन ठंड के कारण अनशन में शामिल विभाष सिंह सोनी नाम के एक अनशनकारी की हालत बिगड़ गयी. स्थानीय लोगों ने उन्हें गर्म कपड़े आदी के साथ सहयोग की अपील की जिसे उन्होंने ठुकरा दिया.क्या है मामला:- प्रखंड के सोनडीहा उत्तरी पंचायत में मनरेगा के तहत बनाये जाने वाले मोहनपुर गांव में सड़क एवं नाला निर्माण के साथ तलाब खुदाई में सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर लाखों रुपये का गबन कर लिया गया था. जिसके लिये सूचना अधिकार के तहत सूचना संग्रह करने के बाद मोहनपुर के ग्रामीण विकास मंच द्वारा जिलाधिकारी से मुखिया की शिकायत कर जांच कराने की मांग की गयी. जिसमें तब के डीटीओ रेखा कुमारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था. बाद में मामला सत्य पाये जाने पर मुखिया सहित कई मेठ पर 19.4.14 को कार्यक्रम पदाधिकारी बाराहाट द्वारा बाराहाट थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. तब से लेकर वर्तमान समय में पुलिस और प्रशासन की नजर में मुखिया पंचायत से बिना किसी सूचना के गायब हैं. मामले पर कई बार पंचायत के उप मुखिया ने मुखिया की गैर हाजिर में प्रभार देने की मांग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को आवेदन दिये लेकिन सब तरफ से हार जाने के बाद अब आमरण अनशन से प्रशासन को जगाने की तैयारी हो रही है. कहते हैं बीडीओ:-इस पूरे मामले पर जब हमने बीडीओ इरफान अकबर से बात की तो उनका कहना था कि पूरे दिन मंगलवार को अनशनकारियों से बात चीत का प्रयास किया लेकिन नतीजा कुछ भी नही निकल पाया है. मामले से संबंधित रिपोर्ट पूर्व में ही जिला को सौंपी जा चुकी है. जिला से जो भी निर्देश मिलेगा उसके तहत काम किया जायेगा.वारंट के मामले पर उनका कहना था कि पुलिस अपना काम कर रही है.

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