फूल से मुकेश मालाकार ने बनायी पहचान

फूल से मुकेश मालाकार ने बनायी पहचान फोटो 27 बांका 1 फूल की खेत में मुकेश मालाकार व उनके चाचा प्रतिनिधि, बांका: शहर के विजय नगर दुर्गा स्थान के समीप बसे मुकेश मालाकार ने फूल की खेती से अपने को एक नयी पहचान दी है. जो युवा वर्ग के लिए प्रेरणा के स्रोत जैसा मिशाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2015 8:37 PM

फूल से मुकेश मालाकार ने बनायी पहचान फोटो 27 बांका 1 फूल की खेत में मुकेश मालाकार व उनके चाचा प्रतिनिधि, बांका: शहर के विजय नगर दुर्गा स्थान के समीप बसे मुकेश मालाकार ने फूल की खेती से अपने को एक नयी पहचान दी है. जो युवा वर्ग के लिए प्रेरणा के स्रोत जैसा मिशाल पेश किया है. आधुनिक युग में आज युवा वर्ग जहां अच्छी नौकरी पाने के लिए पढ़ाई करते हैं वहीं मुकेश ने अपने पारिवारिक स्थिति को देखते हुए इस रोजगार की शुरुआत कर दी और आज अच्छी खासी कमाई का जरिया भी बना चुके हैं. बातचीत के क्रम में मुकेश मालाकार बताते हैं कि उनके पास निजी जमीन नहीं है. लीज की जमीन पर वो फूल की खेती कर रहे हैं. लीज पर ली गयी यह जमीन करीब छह कट्ठे का प्लाॅट पर शहर से छह किमी दूरी स्थित दुधारी गांव में फूल का बगान लगाया. उत्पादित फूल को शादी विवाह या अन्य पार्टी में मांग की पूर्ति की जाती है. शहर में लक्ष्मी नारायण फूल डेकोरेशन के नाम से एक दुकान भी चला रहे हैं. फूल की खेती से इनकी वार्षिक आय एक लाख के करीब है. उन्होंने बताया कि उनके परिवार का भरण पोषण फूल के कारोबार से ही होता है. फूल की खेती और फिर डेकोरेशन का काम इनका मुख्य पेशा है. मालाकार बतातें हैं कि शुरुआती दौर में दुकान नहीं थी. सिर्फ फूल की खेती कर अपने परिवार को चलाया. फिर धीरे-धीरे दुकान भी चालू की. अपने परिवार में मुकेश तीन भाई और एक बहन हैं जबकि इनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं और मां घर की देखभाल करती है. वहीं भाई में मुकेश सबसे बड़ा है. जिसमें इनकी जिम्मेदारी अपने से छोटे भाई के प्रति भी है. छोटे भाई व बहन को पढ़ाने का खर्च सहित घर को चलाने की जिम्मेवारी इनके ऊपर ही है. साथ ही अभिभावक के रूप में अपनी निर्वहन कर परिवार को नयी आयाम देने में कोई कोर कसर नहीं कर रहे हैं.

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