पाले से बचाव के लिए खेत में करें धुंआ: डॉ सुनीता

पाले से बचाव के लिए खेत में करें धुंआ: डाॅ सुनीता फोटो 28 बांका 5 फसल का निरीक्षण करते केवीके टीम बांका. कृषि विज्ञान केंद्र बांका द्वारा रविवार को बेहतर खेती के लिए एक प्रशिक्षण का आयोजन अमरपुर प्रखंड के मादाचक गांव में आयोजित की गयी. मालूम हो कि मादाचक गांव को बांका केवीके द्वारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2015 9:43 PM

पाले से बचाव के लिए खेत में करें धुंआ: डाॅ सुनीता फोटो 28 बांका 5 फसल का निरीक्षण करते केवीके टीम बांका. कृषि विज्ञान केंद्र बांका द्वारा रविवार को बेहतर खेती के लिए एक प्रशिक्षण का आयोजन अमरपुर प्रखंड के मादाचक गांव में आयोजित की गयी. मालूम हो कि मादाचक गांव को बांका केवीके द्वारा वर्ष 2014-15 के लिए गोद लिया गया था, जिसका निरीक्षण कर केवीके समन्वयक डाॅ कुमारी शारदा ने बताया कि गत वर्ष यहां के किसानों द्वारा धान के सहभागी प्रभेद को लगाया था. जिसके उत्साहवर्द्धक परिणाम को देखकर इस वर्ष भी किसानों ने 10 हेक्टेयर जमीन में सहभागी धान की खेती सुखाड़ के बावजूद सफलता कर दिखाई है. वही उक्त गांव के किसान संरक्षित खेती की दिशा में सब्जियों की खेती मल्चिंग विधि से कर रहे हैं. साथ ही किसानों द्वारा मटर के उन्नत प्रभेद आजाद पी-3 को भी लगाया गया है. वही प्रशिक्षण में 50 महिलाओं को मशरूम का बीज दिया गया. मौके पर डॉ सुनीता कुशवाहा ने टमाटर एवं बैगन के प्रभेद पंत, ऋतुराज, पूसा सहित अन्य को कैसे बचाव करें इसकी जानकारी दी. ठंड के दिनों में पाले की रोक थाम के लिए खेत में हल्की सिंचाई करने व सुबह चार बजे के आस पास खेतों में धुंआ करने व बैटबल घुलनशील सल्फर 45 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल कर फसलों पर छिड़काव करने कहा गया. मौके पर केवीके टीम सहित दर्जनों किसान मौजूद थे.

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