ठहर गयी है जिले की योजनाएं, कई का पैसा लौटा
ठहर गयी है जिले की योजनाएं, कई का पैसा लौटा फोटो : 2 बांका 10 : मंदार की तस्वीर 2 बांका 11 : अधूरी रेल योजनाएं अधिकांश योजनाएं चल रही कुछए की चाल मेंजिले में कई योजनाएं के लिए करीब चार तीन हजार एकड़ जमीनकई योजनाएं में पैसा नहीं प्रतिनिधि, बांकाजिले में कई बड़ी योजनाएं […]
ठहर गयी है जिले की योजनाएं, कई का पैसा लौटा फोटो : 2 बांका 10 : मंदार की तस्वीर 2 बांका 11 : अधूरी रेल योजनाएं अधिकांश योजनाएं चल रही कुछए की चाल मेंजिले में कई योजनाएं के लिए करीब चार तीन हजार एकड़ जमीनकई योजनाएं में पैसा नहीं प्रतिनिधि, बांकाजिले में कई बड़ी योजनाएं स्वीकृत तो हुई, लेकिन सरकार इच्छाशक्ति के अभाव में सारी योजनाएं ठहर सी गयी है. इन योजनाओं पर काम समय पर आरंभ हो गया होता तो आज बांका का स्वरूप ही कुछ और होता. बड़ी स्वीकृत योजनाओं में मेगा फुट प्रोसेसिंग इंडस्ट्री, मंदार पर रोप वे कार्य, केंद्रीय विद्यालय, चांदन-बांका रेलखंड सहित अन्य शामिल हैं, जबकि अन्य योजनाएं अभिजीत पावर प्लांट, नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर सहित अन्य योजनाएं भी लाइन में है. रेल परियोजना तत्कालीन सांसद स्व दिग्विजय सिंह के द्वारा लाया गया है. उनके द्वारा लाई गयी योजना एफएम रेडियो सेंटर सरकारी उदासीनता के कारण बंद कर दिया गया. —-जमीन अधिग्रहण में पेच सभी योजनाओं के लिए हजारों एकड़ जमीन की आवश्यकता है, लेकिन जमीन अधिग्रहण के पेच में योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही है. पुनर्वास पैकेज के संदर्भ में लोगों में कई भ्रांतियां है. इस कारण जगह-जगह विरोध हो रहा है. कुछ जमीन अधिग्रहण का मामला तो विस्थापन- पुनर्वास मुद्दे पर अटका है. कुछ जमीन का अधिग्रहण प्रशासनिक इच्छाशक्ति के कारण पेंडिंग है. अधूरी योजनाएं रेल परियोना: भागलपुर से देवघर के लिए तत्कालीन सांसद दिग्विजय सिंह ने रेल परियोजना का शिलान्यास किये थे. उनका मानना था कि वह अपने कार्यकाल में इस जिले में रेल का जाल बिछा दें. इसके निर्माण होने से राहगीरों को यात्रा में आसानी होगी तथा जिले का पांच पांच प्रखंड रेल रुट से जुड़ जायेगी. सुलतानगंज से देवघर तक की रेल योजना: इस योजना का सिर्फ शिलान्यास तत्कालीन सांसद स्व श्री सिंह के द्वारा किया गया था. इसके लिए सुलतानगंज से अमरपुर भाया भीतिया होते हुए रेल लाइन देवघर पहुंचती ताकि श्रद्धालु सुलतानगंज से उत्तर वाहिनी गंगा को लेकर बाबाधाम देवघर पहुंच सकें. अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट : केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने इस योजना को जिले के प्रभावती नगर में स्थापित करने की मंजूरी दी थी. इस योजना के लिए जिले से दो-दो संवेदक का नाम केंद्र के पास भेज दिया गया है. इस पर 26 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा, लेकिन अब तक जमीन अधिग्रहण आरंभ नहीं की गयी है. केंद्रीय विद्यालय: केंद्रीय विद्यालय को बांका में लाने का श्रेय तत्कालीन सांसद गिरिधारी यादव ने लाया था. यह इस वक्त पीबीएस कॉलेज के छात्रावास में चल रहा है. पिछले दिनों जमीन अधिग्रहण नहीं होने की वजह से यह विद्यालय इस जिले से वापस हो रहा है, लेकिन कुछ महीने पूर्व जिला प्रशासन ने विद्यालय के लिए जमीन बहेरा गांव में हो गया है. फुट पार्क निर्माण: फुट पार्क का निर्माण बौंसी प्रखंड में होने वाला था. इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा जमीन अधिग्रहण आरंभ भी किया गया था, लेकिन फिर यह ठंडे बस्ते में चला गया. मंदार में रोप वे : पिछले वर्ष 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तथा पर्यटन मंत्री जावेद इकबाल अंसारी सहित कई अन्य मंत्रियों ने मंदार पर रोप वे के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था, लेकिन अब तक योजनाएं आरंभ नहीं की गयी.