फर्जी हस्ताक्षर पर कार्यकारिणी की बैठक करने का आरोप
फर्जी हस्ताक्षर पर कार्यकारिणी की बैठक करने का आरोपफंस सकते हैं पंचायत सचिव प्रतिनिधि, बाराहाटप्रखंड के सोनडीहा उत्तरी में मनरेगा योजना में गबन के बाद से फरार मुखिया बीबी सोरैया की अनियमितता सामने आने का सिलसिला अनवरत जारी है. हाल के घटना क्रम में पंचायत से कई चौकाने वाले तथ्य उभर कर सामने आ रहे […]
फर्जी हस्ताक्षर पर कार्यकारिणी की बैठक करने का आरोपफंस सकते हैं पंचायत सचिव प्रतिनिधि, बाराहाटप्रखंड के सोनडीहा उत्तरी में मनरेगा योजना में गबन के बाद से फरार मुखिया बीबी सोरैया की अनियमितता सामने आने का सिलसिला अनवरत जारी है. हाल के घटना क्रम में पंचायत से कई चौकाने वाले तथ्य उभर कर सामने आ रहे हैं. गबन के बाद से फरार मुखिया को बचाने और एक एक कर सरकारी राशि का उठाव करने का मामला भी प्रकाश में आया है. इसमें पंचायत सचिव से लेकर कई लोगों की भूमिका संदेह के घेरे में हैं. इसको लेकर पंचायत की जनता में रोष है. खास कर तब जबकि पंचायत की मुखिया बीबी सोरैया कई माह से प्रशासन की नजर में अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार है. वहीं वो पंचायत का हर वो काम कर रही हैं, जिसमें उन्हें मोटी रकम प्राप्त हो रही है. चाहे वो कार्यकारिणी की बैठक हो या फिर चेक पर हस्ताक्षर करने का मामला . इस काम में सबसे नजदीक और उनके सहयोगी की भूमिका में पंचायत के सचिव चमकलाल यादव हैं. उन पर पंचायत के वार्ड सदस्य मनोज राउत ने फर्जी हस्ताक्षर के बल पर कार्यकारिणी की बैठक करने का आरोप लगाया है. मनोज राउत ने पंचायत के वार्ड सदस्यों संतोष सिंह, बटन लैया,बालमुकुंद सिंह, कौशल्श देवी, प्रकाश यादव के हस्ताक्षर युक्त आवदेन जनता दरबार में देकर जांच की मांग की है. वार्ड सदस्यों का आरोप है कि उनको कभी भी बैठक से संबंधी सूचना नहीं दी गयी. जबकि उनके हस्ताक्षर सूचना पंजी पर फर्जी तरीके से अंकित कर बैठक में कई अहम मुद्दे पास कर लिये गये.क्या है मामलाप्रखंड के सोनडीहा उत्तरी पंचायत में मोहनपुर गांव में बिना कार्य किये सड़क निर्माण एवं नाला निर्माण से संबंधित कागजी खानापूर्ति कर सरकारी राशि का उठाव कर लिया गया था. इसके बाद ग्रामीणों ने डीएम के जनता दरबार में संबंधित मामले की शिकायत की थी. जांच के बाद मामला सत्य पाया गया और पंचायत के मुखिया बीबी सोरैया सहित जेइ एवं मेठ पर बाराहाट थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. प्राथमिकी के बाद से मुखिया गिरफ्तारी से बचने के लिये फरार हैं. कहते हैं पंचायत सचिववहीं पंचायत सचिव चमकलाल यादव का कहना था कि वार्ड द्वारा लगाया गया आरोप गलत है. उन्होंने हस्ताक्षर अपने से किये हैं. इसके बाद ही बैठक बुलायी गयी थी.कहते हैं बीडीओ वहीं इस पूरे मामले पर बीडीओ इरफान अकबर का कहना था कि मामले की शिकायत मिली है हस्ताक्षर की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.