मैडम, नहीं चाहिये सरकारी नौकरी

बांका: पिछले दिनों जमालपुर रेलवे सुरंग के निक ट साहेबगंज- दानापुर इंटरसीटी एक्सप्रेस की महिला बोगी पर नक्सली हमला हुआ था. जिसमें शहीद तीन जवान में एक लाल बांका का शहीद उदय यादव था. जो शंभुगंज क्षेत्र के परमानंदपुर पंचायत के बंधुडीह गांव के रहने वाला था. गुरुवार को जिप अध्यक्ष श्वेता कुमारी ने शहीद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2013 6:26 AM

बांका: पिछले दिनों जमालपुर रेलवे सुरंग के निक ट साहेबगंज- दानापुर इंटरसीटी एक्सप्रेस की महिला बोगी पर नक्सली हमला हुआ था. जिसमें शहीद तीन जवान में एक लाल बांका का शहीद उदय यादव था. जो शंभुगंज क्षेत्र के परमानंदपुर पंचायत के बंधुडीह गांव के रहने वाला था. गुरुवार को जिप अध्यक्ष श्वेता कुमारी ने शहीद उदय के परिजन से मुलाकात की.

शहीद के पिता सेवानिवृत शिक्षक राम विलास यादव ने जिप अध्यक्ष से कहा कि उनका बेटा बड़ा ही संस्कारी था. तभी वहां खड़े लोगों ने कहा कि वह सिर्फ घर का ही नहीं पूरे गांव का संस्कारी था. उसकी याद में अगर गांव में एक स्मारक बना दी जाय. जिस पर जिप अध्यक्ष ने कहा कि शहीद उदय के स्मारक निर्माण के लिए जिप टीम जल्द ही जिलाधिकारी से मिलकर स्मारक बनाने का मांग करेंगे. जरूरत पड़ने पर वो पटना में भी सरकार से बात करेंगे.

मुङो नहीं चाहिए नौकरी

शहीद उदय की विधवा आभा देवी ने कहा कि मैडम, आप महिला है आप मेरे दिल की बात को समझ सकते है. मेरा दो लाल आदित्य और आयुष अनाथ हो गया. अब इसका लालन पालन की जिम्मेवारी हमारे ऊपर है. हम कैसे निभा पायेंगे आप ही मदद करें. हालांकि नौकरी से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि जो सरकार सुरक्षा नहीं दे सकती उस पर कैसे भरोसा करें. वे खुद बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है. वे अब पुलिस की नौकरी नहीं करेगी और ना ही अपने दोनों लाडले को इस विभाग में जाने देगी. उनका कहना है कि उनके देवर अभय को अगर नौकरी देने का कोई प्रावधान है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. इसके लिए हमें आपकी मदद चाहिए. मेरे साहब का स्मारक जरूर बनवा दीजिए. मौके पर पूर्व मुखिया विजय यादव, सेवानिवृत शिक्षक मोहन प्रसाद यादव, सुमंत कुमार, रणवीर यादव सहित अन्य ने भी स्मारक बनाने की मांग की.

शर्म से नहीं आते गांव

ग्रामीणों ने गांव से जन प्रतिनिधि की उदासीनता को दर्शाते हुए कहा कि मैडम इस गांव में करीब 30 लोग सेना में भरती होकर देश की सेवा कर रहे है. मगर कोई भी जन प्रतिनिधि गांव झांकने तक नहीं आता. एक अदद सड़क के लिए भी गांव वाले तरस रहे है. नेता शर्म से गांव नहीं आते.

ग्रामीणों ने कहा, साधुवाद

उदय के शहादत के बाद प्रभात खबर ने बंधुडीह गांव पहुंच कर ग्रामीणों से मुलाकात की थी. जिस पर ग्रामीणों ने शहीद उदय को अपने गांव का सच्च सपूत बताया था. वहीं उनके सेवानिवृत पिता राम विलास यादव ने मांग रखी थी कि उनके शहीद लाल की स्मारक गांव में बनायी जाय. जो उनके पुत्र को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. जिस पर जिप अध्यक्ष ने उनकी मांगों को प्रमुखता से लेकर गुरुवार को उनके पिता से मिल कर स्मारक बनाने की प्रयास की घोषणा की. इस अवसर पर उनके साथ स्थानीय जिप सदस्य राम कुमार दास भी थे.

सीओ पहुंचे गांव

शहीद उदय के गांव में घटना के पांच दिन बाद भी किसी प्रशासनिक अधिकारी के नहीं पहुंचने से ग्रामीण में काफी आक्रोशित थे. इस बाबत इस बाबत श्वेता देवी ने शंभुगंज सीओ से बात की. उसके बाद गुरुवार संध्या शंभुगंज सीओ ने गांव पहुंच कर शहीद उदय के परिजनों से मुलाकात कर सहयोग का आश्वासन दिया. जिससे ग्रामीणों का रोष कम हुआ.

भाई हुआ गिरफ्तार

जिप अध्यक्ष को शहीद की विधवा ने बताया कि पिछले दिनों सरपंच ने हमारे भाई बरौथा निवासी रामजी यादव को शांतिपूर्वक अपनी मांग रखने के बाद भी पुलिस से पकड़वा दिया. अपनी पुरानी रंजिश को पूरा करते हुए जेल भेजवा दिया.

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