करश्मिा को मां नहीं मौसी-मां ही लग रही प्यारी
करिश्मा को मां नहीं मौसी-मां ही लग रही प्यारीजन्मदाता मां गोद दी हुई बेटी को मांग रही है वापस फोटो संख्या 16 बीएएन 63 मौसा-मौसी के साथ करिश्माप्रतिनिधि, कटोरियाकटोरिया थाना क्षेत्र के भोरसार-भेलवा पंचायत अंतर्गत अदालखूंट गांव में करीब दस सालों पूर्व अपनी कन्या को सगी बहन को गोद देने वाली मां की ममता फिर […]
करिश्मा को मां नहीं मौसी-मां ही लग रही प्यारीजन्मदाता मां गोद दी हुई बेटी को मांग रही है वापस फोटो संख्या 16 बीएएन 63 मौसा-मौसी के साथ करिश्माप्रतिनिधि, कटोरियाकटोरिया थाना क्षेत्र के भोरसार-भेलवा पंचायत अंतर्गत अदालखूंट गांव में करीब दस सालों पूर्व अपनी कन्या को सगी बहन को गोद देने वाली मां की ममता फिर जाग गयी है़ वह कलेजे के टुकड़े को फिर स्वीकार करना चाह रही है, जबकि करिश्मा (12वर्ष) को ‘सगी-मां’ नहीं बल्कि ‘मौसी-मां’ ही प्यारी लगने लगी है़ ढाई साल की उम्र में ही करिश्मा को गोद लेने वाले मौसा-मौसी भी उसे अपनी सगी बेटी मान चुकी है़ं वे करिश्मा को खोना नहीं चाह रहे़ यह पारिवारिक विवाद कटोरिया थाना तक पहुंच चुका है़ प्राप्त जानकारी के अनुसार, अदालखूंट गांव के गणेश दास व रेशमी देवी ने वर्ष 2006 ई में अपनी ढाई साल की पुत्री करिश्मा को अपनी छोटी बहन सुनिता देवी व बहनोई कमलेश्वर दास को देवघर में परिजनों के समक्ष स्वेच्छा से गोद दे दिया था़ मासूम करिश्मा को लेकर उसके मौसा-मौसी सूरत चले गये़ जहां कड़ी मेहनत कर उसकी बेहतर ढंग से परवरिश भी करते रहे़ करीब चार माह पूर्व करिश्मा की सगी मां अपना ईलाज कराने सूरत गयी. काफी हो-हंगामा मचा कर मौसा-मौसी से जुदा कर करिश्मा को वापस घर ले आयी़ इधर उसके मौसा-मौसी जब अदालखूंट गांव पहुंचे, तो मौसा-मौसी को ही अपनी सगी मां व सगा पिता मान चुकी करिश्मा, इनके साथ ही रहने की जिद करने लगी़ करिश्मा अपनी सगी मां के साथ नहीं रहना चाह रही है़ यह मामला यहां चर्चा का विषय बना हुआ है़ पुलिस मामले की छानबीन कर रही है़