जाम देख कर कांपते हैं हाड़

बांका : किसी भी शहर का ट्रैफिक फ्लो वहां की प्रशासनिक व्यवस्था की स्थिति बयां करता है. साथ ही साथ लोगों का सिविक सेंस भी दर्शाता है. शहर में सड़क का जाम होना अब रोजमर्रा की बात है. ऐसे में पहली बार बांका आने वाले लोगों के मन में शहर के प्रति क्या छवि बनती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2016 3:40 AM

बांका : किसी भी शहर का ट्रैफिक फ्लो वहां की प्रशासनिक व्यवस्था की स्थिति बयां करता है. साथ ही साथ लोगों का सिविक सेंस भी दर्शाता है. शहर में सड़क का जाम होना अब रोजमर्रा की बात है. ऐसे में पहली बार बांका आने वाले लोगों के मन में शहर के प्रति क्या छवि बनती है यह समझा जा सकता है. शहर में आये दिन लगनेवाले जाम से ऑफिस जानेवाले कर्मचारियों से लेकर स्कूली बच्चों और अस्पताल जा रहे बीमारों तक की शामत आ जाती है.

जाम के कारण लोग मिनटों में तय होनेवाली दूरी घंटों में तय करने को मजबूर हैं. शहर में प्रवेश करते ही शिवाजी चौक पर जाम लगता है, तो कभी पोस्ट ऑफिस, अलीगंज, भागलपुर बस स्टैंड एवं नया टोला मोड़ के समीप जाम रहता है. कारण कई हैं. कहीं सड़क का अतिक्रमण किया जाना, तो कहीं ट्रैफिक संचालन की समुचित व्यवस्था नहीं होना, तो कहीं सड़कें संकीर्ण होना जाम के प्रमुख कारण हैं. इसके अलावा आम लोगों को ट्रैफिक की जानकारी नहीं होना बेतरतीब वाहन चलाना और गलत ढंग से गाड़ी पार्क करना भी जाम के कारणों में शामिल है.

जहां इच्छा हो, वहीं खड़ा कर देते वाहन
शहर में पार्किंग का अभाव है. इस कारण वाहन चालकों को जहां मन करता है, वहीं अपने वाहन खड़े करके चल देते हैं. इस वजह से लगने वाले जाम के कारण लोगों को परेशानी होती हैं. टेंपू, जीप, मैजिक, बस आदि वाहनों के चालक भी इसमें पीछे नहीं रहते. सड़क पर कहीं भी वाहन खड़ा कर सवारी बैठाना आदत बन गयीं हैं. शहर में पार्किंग के लिए कोई स्थान निर्धारित नहीं है. कई बैंक, बाजार, सरकारी कार्यालय आदि के समीप पार्किंग स्थल नहीं हैं.
इस वजह से वाहनों की लंबी कतार लग जाती हैं. यह स्थिति शिवाजी चौक, गांधी चौक स्थित निबंधन कार्यालय, कचहरी के समीप, डोकानिया मार्केट, सब्जी बाजार जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर भी है. ग्राहक द्वारा सड़क पर ही वाहन खड़े करने से भी जाम की स्थिति बनी रहती है.

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