बेकार पड़ा है पंचायत सरकार भवन
उदासीनता. उद्घाटन के एक साल बाद भी अधिकारी व कर्मचारी की नियुक्ति नहीं छह पंचायत के लोगों को एक ही जगह पर सरकारी सुविधा मुहैया कराने के लिए लाखों रुपये के लागत से पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया गया था. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता की वजह से निर्माण व उद्घाटन के बाद भी इसका लाभ […]
उदासीनता. उद्घाटन के एक साल बाद भी अधिकारी व कर्मचारी की नियुक्ति नहीं
छह पंचायत के लोगों को एक ही जगह पर सरकारी सुविधा मुहैया कराने के लिए लाखों रुपये के लागत से पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया गया था. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता की वजह से निर्माण व उद्घाटन के बाद भी इसका लाभ पंचायतवासियों को नहीं मिल पा रहा है.
बांका : बिहार सरकार द्वारा पंचायत के लोगों को सरकारी सुविधा मुहैया कराने के लिए लाखों रुपये के लागत से 6 पंचायतों को मिला कर एक बिहार सरकार पंचायत भवन बनाया गया है. यहां आधे दर्जन पंचायतों के लोगों का एक ही छत के नीचे पंचायत से संबंधित सभी कार्यों का निबटारा किया जायेगा. उक्त भवन का निर्माण बांका प्रखंड क्षेत्र के करमा, लोधम एवं दुमहान पंचायतों में किया जा चुका है, लेकिन सरकारी लापरवाही की वजह से लगभग एक-एक करोड़ की लागत से बना यह भवन बेकार पड़ा है.
मालूम हो कि करमा पंचायत के भतकुंडी गांव स्थित बना सरकार पंचायत भवन का उद्घाटन 25 फरवरी 2015 को करमा पंचायत के मुखिया आशा चौधरी, उपमुखिया रिंकू कुमारी, सरपंच रूबी देवी, उप सरपंच रानी कुमारी एवं पंचायत समिति उपेंद्र प्रसाद यादव व कुमार गौरव के उपस्थिति में हो चुका है.
विडंम्बना यह है कि सरकार के निर्देश पर भवन का उद्घाटन तो किया जा चुका है, लेकिन एक साल पूरा होने के बाद भी आज तक न तो इस भवन में किसी अधिकारी या कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
पंचायत भवन में मिलेंगी सुविधाएं
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पंचायत से संबंधित किसी तरह के कार्य के लिए प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है, लेकिन पंचायत सरकार भवन में प्रखंड कार्यालय से संबंधित सभी तरह के कार्य का निपटारा किया जाना है. जहां राजस्व से लेकर जाति-आवासीय, वृद्धा पेंशन, इंदिरा आवास सहित पंचायत स्तर के सभी प्रकार के कार्य इसी भवन में होना है, लेकिन विभागीय लापरवाही से इस भवन में ताला जड़ा हुआ है. यह भवन पंचायत में शोभा की वस्तु बना हुआ है.
बोले अधिकारी
जैसे ही सरकार द्वारा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति होगी, वैसे ही सभी पंचायत भवनों में कार्य सुचारू रूप से चालू हो जायेगा. कर्मियों के अभाव के कारण ही यह भवन बंद पड़ा हुआ है. उक्त भवन के चालू हो जाने से दूर- दराज के पंचायत के ग्रामीणों को बांका नहीं आना पड़ेगा, वो अपना काम नजदीकी पंचायत सरकार भवन में करवा सकेंगे.
मनोज कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बांका