पांच दिनों से सुबह तीन से 10 बजे तक हो रहा शहर में ब्लैक आउट
Advertisement
प्राइम टाइम में सात घंटे भी नहीं मिल रही बिजली
पांच दिनों से सुबह तीन से 10 बजे तक हो रहा शहर में ब्लैक आउट बांका : बांका शहर के नागरिक पिछले पांच दिनों से प्राइम टाइम में बिजली संकट का दंश झेल रहे हैं. प्राइम टाइम में बिजली संकट वह भी एक दो घंटे के लिए नहीं बल्कि पूरे सात घंटे के लिए. पिछले […]
बांका : बांका शहर के नागरिक पिछले पांच दिनों से प्राइम टाइम में बिजली संकट का दंश झेल रहे हैं. प्राइम टाइम में बिजली संकट वह भी एक दो घंटे के लिए नहीं बल्कि पूरे सात घंटे के लिए. पिछले पांच दिनों से यहां रोज सुबह तीन बजे से 10 बजे तक ब्लैक आउट रहता है. विभागीय सूत्रों के अनुसार इस दौरान शहर में बिजली संचरण लाइन के रिनोवेशन का काम चलता है. शहर के विभिन्न हिस्सों में तार और पोल बदले जा रहे हैं. हालांकि ये तार और पोल कहां और कितने बदले जा रहे हैं यह तो बाद की बात है और इसे विभाग और संबंधित ठेका कंपनी ही बता सकती है. लेकिन फिलहाल संकट ये हैं
कि लगातार सात घंटे तक ब्लैक आउट वह भी सुबह के समय में, यहां के लोगों को पच नहीं पा रहा है. इस बिजली संकट के मारे लोग त्राहिमाम है. संचरण लाइन के रिनोवेशन का काम यहां बहुत पहले से चल रहा है. हाल ही में कुछ माह पूर्व से शहरी क्षेत्र में भी रिनोवेशन का काम आरंभ हुआ है.
लेकिन जिस तरह एक बारगी दिनचर्या के लिए प्राइम टाइम में 7-7 घंटे के लिए लगातार बिजली कट रही है उसमें शहरवासियों की जिंदगी इन दिनों कष्टमय बना दी है. लोगों में ठेका कंपनी के इस रवैये के विरोध में सुगबुगाहट होने लगी है. हालांकि ठेका कंपनी के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि दोपहर और शाम में भीषण गरमी रहती है. इसलिए सुबह ठंडे वातावरण को देखते हुए काम का यह समय चुना गया है ताकि बिजली कट की स्थिति में लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं हो. लेकिन उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि सुबह लोगों की दिनचर्या आरंभ होती है. लोग स्नान, पूजा पाठ और भोजन पानी का इंतजाम सुबह में ही करते हैं. इसके लिए पानी की जरूरत होती है. लेकिन बिजली नहीं रहने से लोग पानी की एक – एक बूंद के लिए तरस रहे हैं.
शहर में पानी के लिए मचा है त्राहिमाम : बांका शहर में पीएचइडी की सप्लाई लाइन पहले से ही बेकार है. शहर में कुआं का अस्तित्व भी अब इतिहास बन चुका है. गिनती भर के कुएं यहां अब रह गये हैं. जिनका पानी उपयोग लायक नहीं रह गया है. ले देकर लोगों का भरोसा एक मात्र चापाकलों की व्यवस्था पर है. ज्यादातर घरों में चापाकल से लगी बोरिंग में मोटर लगे हैं जो उन्हें पानी की आपूर्ति करते हैं. लेकिन बिजली नहीं रहने से ये मोटर बेकार हो रहे हैं. लोग सुबह में ब्रश करने लायक पानी के लिए भी तरस रहे हैं. एक तो भीषण गरमी ऊपर से गंभीर जल संकट – इन दो स्थितियों में शहरवासियों की नींद उड़ा दी है. वैसे भी इन दिनों बिजली आपूर्ति की स्थिति यहां ठीक नहीं चल रही. बिजली किश्तों में आती जाती रहती है. लेकिन इन सबको झेल लेने के बाद सुबह के दौर में 7 घंटे लगातार बिजली आउट लोगों को परेशान कर रहा है.
शहर के विभिन्न हिस्सों में बदले जा रहे पोल व तार
रिनोवेशन कार्य की वजह से हो रही है ठप हो रही है बिजली
बिजली संचरण लाइनों का काम बांका शहर में जोर शोर से चल रहा है. ठेका कंपनी के एक अभियंता ने बताया कि शहर में चल रहा काम शीघ्र ही पूरा कर लिया जायेगा. रिनोवेशन के तहत संचरण लाइनों का स्वरूप बदला जा रहा है. आयरन, कॉपर तथा अल्यूमिनियम के तार की जगह कवर वायर लगाये जा रहे हैं. ट्रांसफॉर्मर से घरों तक पहुंचने वाले ड्राप वायर पूरी तरह कवर होंगे, अर्थ भी कवर वायर से पहुंचाये जा रहे हैं. पावर वितरण के लिए खंभों में डीपी लगाये जा रहे हैं. शहर भर में संचरित एलटी वायर भी कवर किये जा रहे हैं.
शहरवासियों को एक-दो दिनों में पावर कट से मिलेगी निजात : इइ
बांका शहर में प्राइम टाइम में सात घंटे के लिए हो रहे बिजली कट से शीघ्र ही शहरवासियों को निजात मिलेगी. संचरण लाइनों के रिनोवेशन के लिए चल रहे काम की वजह से सुबह तीन बजे से 10 बजे तक बिजली काटी जा रही है. इसकी पूर्व सूचना भी शहरवासियों को दी जा चुकी है. रिनोवेशन का काम एक दो दिनों में पूरा हो जायेगा. इसके बाद सुबह बिजली कट की समस्या स्वत: समाप्त हो जायेगी.
गौरव पांडेय, ईई, बिजली आपूर्ति प्रमंडल बांका
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement