हड़बड़ी में काम, संवेदक होंगे मालामाल

श्रावणी मेला 2016. विद्युत विभाग ने जर्जर तारों को बदलने का काम नहीं किया है शुरू 23 दिन बाद श्रावणी मेला शुरू होते ही देश-विदेश के कावंरियों का सैलाब उमड़ना शुरू हो जायेगा. लेकिन अब तक कावंरियाें की सुविधा के लिए सरकारी स्तर से कार्य का श्रीगणेश नहीं हुआ है. ऐसे में हड़बड़ी में कार्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2016 6:18 AM

श्रावणी मेला 2016. विद्युत विभाग ने जर्जर तारों को बदलने का काम नहीं किया है शुरू

23 दिन बाद श्रावणी मेला शुरू होते ही देश-विदेश के कावंरियों का सैलाब उमड़ना शुरू हो जायेगा. लेकिन अब तक कावंरियाें की सुविधा के लिए सरकारी स्तर से कार्य का श्रीगणेश नहीं हुआ है. ऐसे में हड़बड़ी में कार्य कराने से न सिर्फ घटिया कार्य होगा बल्कि संवेदक के मालामाल होने की पूरी संभावना है.
कटोरिया : ब तक सुनसान पड़े कांवरिया पथ में महज 23 दिनों बाद देश-विदेश के केसरिया वस्त्रधारी शिवभक्तों का सैलाब उमड़ना शुरू हो जायेगा. लेकिन अब तक सरजमीं पर सरकारी व्यवस्थाओं व सुविधाओं को बहाल करने के कार्य का श्रीगणेश भी नहीं हुआ है. इसके ठीक विपरीत नि:शुल्क सेवा शिविर संचालकों द्वारा पंडाल निर्माण का कार्य शुरू भी कर दिया गया है. नये समानांतर कांवरिया पथ को श्रावणी मेला शुभारंभ से पहले दुरूस्त कर पैदल चलने लायक बनाने हेतु पर्याप्त मिट्टी व महीन बालू डालने की जरूरत है.
यदि इस कार्य को काफी नजदीक समय में आनन-फानन में कराया गया, तो कार्य काफी घटिया होगा. जबकि इसमें संवेदकों की चांदी कटेगी. अब तक मंथर गति ही सही, सिर्फ पीएचइडी विभाग द्वारा चापाकलों की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है. जबकि विद्युत विभाग द्वारा जर्जर तारों को बदलने, भवन निर्माण विभाग द्वारा धर्मशालाओं के रंग-रोगन व साफ-सफाई आदि के कार्यों को आरंभ नहीं किया गया है. इस बार जिला प्रशासन ने कई चिह्नित जगहों पर हाईमास्ट लाईट भी लगाने का निर्णय लिया है. दुर्गम व सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जेनरेटर द्वारा रोशनी की व्यवस्था की जाती है. पर इस दिशा में भी अब तक पहल नहीं हुई है. इधर अन्य वर्षों की भांति इस बार भी कांवरिया पथ पर विभिन्न कांवरिया संघ व स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सेवा शिविरों को लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. उनके द्वारा ठहराव, पेयजल, शौचालय, स्नानागार, पैर मालिश, प्राथमिक उपचार, नि:शुल्क भोजन व नाश्ता आदि की सुविधाएं भी कांवरियों को दी जाती है.

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