दो जलाशय रहने के बावजूद पानी के लिए मचा हाहाकार

बेलहर : प्रखंड क्षेत्र में दो-दो जलाशय बदुआ एवं बेलहरना होने के बाद भी किसानों के खरीफ फसल धान की खेती में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. सिंचाई विभाग को भी किसानों की समस्याओं की चिंता नहीं है. बदुआ जलाशय से बदला गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2016 5:15 AM

बेलहर : प्रखंड क्षेत्र में दो-दो जलाशय बदुआ एवं बेलहरना होने के बाद भी किसानों के खरीफ फसल धान की खेती में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. सिंचाई विभाग को भी किसानों की समस्याओं की चिंता नहीं है. बदुआ जलाशय से बदला गांव तक जाने वाली नहर में लगभग 20 वर्षों से पानी नहीं आ रहा है. इससे हर वर्ष इस क्षेत्र के कुछ न कुछ जमीन परती रह जाती है. वहीं इस वर्ष कम वर्षा होने के कारण लगभग हजारों एकड़ खेती प्रभावित हो रही है. इसमें दुहबा, सोताडीह, भगवानपुर बोका,

बदला गांव में खेती सिंचाई की समस्या से प्रभावित हो रही है. बदुआ जलाशय के निर्माण के बाद इस क्षेत्र में धान की फसल बहुत अच्छी होती थी, लेकिन सिंचाई विभाग के द्वारा नहर के देखरेख में लापरवाही बरतने से खेतों तक पानी जाने में काफी परेशानी होती है तथा आवश्यकता के अनुरुप पांच प्रतिशत पानी भी किसानों के खेतों तक नहीं पहुंच पाता है. इसके कारण अब कुछ वर्षों से इन क्षेत्रों के किसान काफी पैसा खर्च कर पंपसेट से अपनी खेतों में पानी डाल कर धान की खेती करते हैं. इससे उन्हें हमेशा कर्जो के तले दबा रहना पड़ता है.

जबकि बदुआ जलाशय में इस बार भी धान की खेती के लिए पर्याप्त पानी है. पूर्व में सिंचाई होती थी, लेकिन नहर में गाद भर जाने से किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. हलांकि कुछ वर्ष पहले सिंचाई विभाग द्वारा नहर की खुदाई संवेदक द्वारा करायी गयी थी, जो पूरी तरह खानापूर्ति रही. क्षेत्र के किसान जनार्दन सिंह, विलास सिंह, धनंजय सिंह, राजेंद्र तांती, परशुराम सिंह, चंद्रशेखर सिंह, अशोक सिंह, रामचंदर साह, नरेश तांती, शैलेंद्र सिंह, पंचदेव सिंह, त्रिवेणी सिंह, सिंघेश्वर सिंह, जलधर सिंह, अरुण सिंह, जितेंद्र सिंह, महावीर सिंह, ब्रह्मदेव सिंह आदि ने डीएम एवं जिप अध्यक्ष से इसकी जांच की मांग की है.

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