जच्चा-बच्चा की मौत पर महिला चिकित्सक को बनाया बंधक

अमरपुर : अमरपुर बाजार स्थित एक नीजी क्लिनिक में शुक्रवार को महिला चिकित्सक की लापरवाही से प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी. इस घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने नर्सिंग होम में जम कर हंगामा करते हुए चिकित्सक डाॅ नीलम प्रसाद को उनके चैंबर में घंटों बंधक बनाये रखा. इस दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2016 1:20 AM

अमरपुर : अमरपुर बाजार स्थित एक नीजी क्लिनिक में शुक्रवार को महिला चिकित्सक की लापरवाही से प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी. इस घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने नर्सिंग होम में जम कर हंगामा करते हुए चिकित्सक डाॅ नीलम प्रसाद को उनके चैंबर में घंटों बंधक बनाये रखा. इस दौरान नर्सिंग होम में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. बाद में नर्सिंग होम के अन्य स्टॉफ के हस्तक्षेप के बाद महिला चिकित्सक चैंबर से फरार हो गयी. पीड़ित परिवार ने घटना की जानकारी थाना को दी. घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार व अनि पंकज कुमार आदि पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली व 20 वर्षीय मृतक महिला सरिता उर्फ रूबी देवी की शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया.

पर्ची पर नहीं किया रेफर
घटना के संबंध में बाजार निवासी मृतिका के पति रंजन कुमार कसेरा ने पुलिस को बताया कि गुरुवार की शाम में पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर उसे पहले रेफरल अस्पताल लाया. जहां से चिकित्सक ने जांचोपरांत भागलपुर रेफर कर दिया. इसी दौरान अस्पताल की एक महिला स्वास्थ्य कर्मी ने उसे बहला फुसलाकर डाॅ नीलम प्रसाद के नर्सिंग होम ले गयी. जहां डॉ नीलम प्रसाद ने सुरक्षित प्रसव कराने की बात कह उससे रात में ही 22 हजार रुपये ले लिये. देर रात जब अचानक पत्नी की तबीयत खराब होने लगी तो डाॅ नीलम प्रसाद ने रोगी को गंभीर बता भागलपुर ले जाने के लिए कहा. घबड़ाकर एंबुलेंस भी लाया लेकिन चिकित्सक ने भागलपुर ले जाने के लिए पर्ची पर रेफर नहीं किया. इसी बीच प्रसव वेदना से पत्नी की और अधिक तबीयत बिगड़ने लगी. डाॅ नीलम प्रसाद ने एक बार फिर सुरक्षित प्रसव कराने का आश्वासन देकर बीस हजार रुपये की और मांग की. रात भर पैसे का इंतजाम में जुटा रहा और शुक्रवार की सुबह सामान्य प्रसव से उसे पुत्र हुआ. जन्म होने के थोड़ी देर बाद ही चिकित्सक की लापरवाही से नवजात की मौत हो गयी. इस घटना के बाद भी डाॅ नीलम प्रसाद रात में मांगे गये बीस हजार रुपये देने का दबाव बनाने लगी. मैने शाम तक रुपये जमा करने का अाश्वासन भी दिया, लेकिन समय पर पैसा जमा नहीं करने के कारण डाॅक्टर व नर्सिंग होम के स्टाफ की लापरवाही से दोपहर बाद पत्नी की भी मौत हो गयी. पुलिस मृतिका के पति का बयान दर्ज कर मामले की अनुसंधान में जुट गयी है. उधर महिला चिकित्सक ने बताया कि रोगी की हालत नाजुक थी. रात में ही उसे भागलपुर रेफर कर दिया गया था लेकिन मृतक के परिजनों के दबाव में इलाज किया गया. इसमें दोनों की मौत हो गयी.

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