अपराधियों ने किया दो युवक का अपहरण
बांका. अपराधियों के द्वारा दो युवकों के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के अनुसार उक्त युवक फुल्लीडूमर थाना क्षेत्र के गनौरा गांव से गुरुवार की रात करीब एक बजे दो युवकों को अज्ञात अपहर्ताओं ने अपहरण कर लिया. हालांकि एक अपहृत को तारापुर संग्रामपुर मुख्यमार्ग के कावरिया पथ पर चुपचाप रहने की […]
बांका. अपराधियों के द्वारा दो युवकों के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के अनुसार उक्त युवक फुल्लीडूमर थाना क्षेत्र के गनौरा गांव से गुरुवार की रात करीब एक बजे दो युवकों को अज्ञात अपहर्ताओं ने अपहरण कर लिया. हालांकि एक अपहृत को तारापुर संग्रामपुर मुख्यमार्ग के कावरिया पथ पर चुपचाप रहने की धमकी देते हुए उतार दिया. वह सुबह तक किसी तरह कुमारसार कावरिया पथ तक पहुंचा. इधर इससे पूर्व ही घटना की जानकारी पुलिस को परिजनों के द्वारा दे दिया गया. परिजनों को जब इसकी सूचना मिली तो उसके परिजन वहां पहुंचे. अपने परिजनों के साथ शुक्रवार के नौ दस बजे अपने घर पहुंचा. मामले की सूचना पाते ही पुलिस सक्रिय हो गयी है. उक्त युवक से पूछताछ कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गनौरा के सुधाकर ठाकुर एवं किशोर कुमार रजक दोनों का गुरुवार की रात अपहरण कर लिया गया. अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुए किशोर पुलिस के पास है. अपहृत प्रभाकर के बड़े भाई दिवाकर के अनुसार वे दोनों अन्य दिनों की तरह उस रात भी अपनी मशीन एवं पाइप की रखवाली करने खेत पर बनी झोपडी में सोये थे. उन्होंने बताया की अपहरणकर्ताओं से मुक्त हुए किशोर के अनुसार रात करीब एक बजे उनके पास चार नकाबपोश पहुंचे और सोये अवस्था में गमछा से आंख पर पट्टी बांध कर सीने से पिस्टल सटाते हुए ले गये. दोनों को अलग अलग बाइक पर बीच में बैठाकर अपराधी ले गये. अपने अनुभव के आधार पर बताया कि उसे थाना के सामने से खेसर की ओर ले गये. एक घंटा गाड़ी चलने के बाद एक जगह रोक कर किशोर रजक से उसके बारे में पूछा. जब किशोर ने अपने पिता को मजदूर बताया तो उसे दस मिनट बाद गाड़ी से मुख्य सड़क पर उतार दिये. कावरिया के साथ साथ कुमारसार तक वह सुबह पहुंचा और दुकानदार से आपबीती बतायी. स्थानीय दुकानदारों के द्वारा फोन से घर में सूचना दी.
सूचना मिलते ही उसके परिजन वहां तक पहुंचे. अपहृत के बड़े भाई दिवाकर ने मामले की सूचना थाने को दी. भागलपुर एवं बांका के वरीय पुलिस पदाधिकारी किशोर के साथ अपने मिशन में निकल चुके हैं. अपहरण के कारणों का पता नही चल पा रहा है. बता दे अपहृत प्रभाकर चार भाई है. सुधाकर की उम्र 35 बर्ष है. पिता वकील ठाकुर बी सी सी एल कर्मी थे जो सेवा निवृत हो चुके हैं. बड़े भाई दिवाकर एवं प्रभाकर की माने तो गांव एवं आसपास किसी कभी कोई विवाद हुआ ही नहीं है. घटनास्थल घर से मात्र पांच सौ फ़ीट की दुरी पर अवस्थित है. जहां उसकी जमीन है. विगत दो तीन बर्षों से उक्त जमीन पे सब्जी की उन्नत खेती कर रहा था. वह सब्जी का व्यापार करता था. हालांकि दबी जुवान में लोग इसे नक्सली वारदात भी मान रहे है.
क्या कहते हैं एसपी
इस बाबत बांका के एसपी राजीव रंजन ने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर गहराई से जांच कर रही है. जल्द ही मामले का उद्भेदन किया जायेगा.