कार्रवाई. समय सीमा में नहीं हटाने पर अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध होगी प्राथमिकी

अतिक्रमित सिंचाई डांढ़ से बजरंगबली प्रतिमा को हटाने गये रजौन व बाराहाट सीओ को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद सीओ ने सरकारी भूखंड पर अवस्थित प्रतिमा को हटाने के लिए ग्रामीणों को एक सप्ताह का समय दिया है. इसके बावजूद आदेश नहीं मानने पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. बाराहाट/रजौन : प्रखंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 1:56 AM

अतिक्रमित सिंचाई डांढ़ से बजरंगबली प्रतिमा को हटाने गये रजौन व बाराहाट सीओ को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद सीओ ने सरकारी भूखंड पर अवस्थित प्रतिमा को हटाने के लिए ग्रामीणों को एक सप्ताह का समय दिया है. इसके बावजूद आदेश नहीं मानने पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.

बाराहाट/रजौन : प्रखंड अंतर्गत पुनसिया इंगलिशमोड़ मुख्य मार्ग बाराटीकर गांव के समीप अतिक्रमित सिंचाई डांढ़ से बजरंगबली प्रतिमा को हटाने गये रजौन व बाराहाट सीओ से ग्रामीणों ने नोक झोंक की. प्रशासन का विरोध कर रहे ग्रामीण संजू पासवान, महेश्वरी पासवान, परमांनद चौधरी, सहदेव पासवान, नरेश पासवान, सतनारायण पासवान, जयराम पासवान, कंचन देवी, रानी देवी, रामवती देवी, नन्ही देवी ने बताया है कि रजौन व बाराहाट सीओ ने कुछ रैयतदार को लाभ पहुंचाने को लेकर प्रमिता को हटाया जा रहा है.
वहीं स्थानीय किसानों ने बताया कि उक्त जमीन सिंचाई नाला था जिसमें मिट्टी भर कर इन लोगों ने प्रतिमा स्थापित किया है, और तो और इधर से आने जाने वाले वाहनों से पैसा वसूली किया जा रहा है. वहीं सीओ ने सरकारी भूखंड पर अवस्थित प्रतिमा को हटाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों को एक सप्ताह का वक्त दिया गया है.
कहते हैं अधिकारी: वहीं इस पूरे मामले पर अंचलाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि प्रतिमा स्थल की जमीन बिहार सरकार की संपत्ति है. जिस पर बिना अनुमति के कोई भी निर्माण कार्य अवैध है. सरकारी भूखंड पर अवस्थित प्रतिमा को हटाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों को एक सप्ताह का वक्त दिया गया है. अगर तय समय सीमा में भूखंड को खाली नहीं किया गया तो संबंधित लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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