अस्पताल में नहीं हैं महिला चिकित्सक

उदासीनता. हाल शंभुगंज पीएचसी का सूबे का नंबर 1 मॉडल पीएससी का खिताब प्राप्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभुगंज में अब भी महिला चििकत्सक का अभाव है. इस अस्पताल में महिला मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शंभुगंज : बिहार में कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभुगंज को सफाई, संक्रमण, मेडिकल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2016 6:56 AM

उदासीनता. हाल शंभुगंज पीएचसी का

सूबे का नंबर 1 मॉडल पीएससी का खिताब प्राप्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभुगंज में अब भी महिला चििकत्सक का अभाव है. इस अस्पताल में महिला मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
शंभुगंज : बिहार में कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभुगंज को सफाई, संक्रमण, मेडिकल सहित अन्य मापदंडों पर 92 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सूबे का नंबर 1 मॉडल पीएससी का खिताब प्राप्त हुआ है. लेकिन यह खिताब प्राप्त करने वाला पीएससी आज भी कई प्रकार के दंश झेलने को मजबुर है. तभी तो यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभुगंज को भले ही नई भवन मिल गयी हो लेकिन आज भी यहां चिकित्सक एवं महिला चिकित्सक का घोर आभाव है. पिछले आठ माह से इस अस्पताल में नियुक्त महिला चिकित्सक डा. कौशल्या अवकाश पर है. जिससे यहां आने वाली महिला प्रसव मरीज का इलाज एएनएम के भरोसे होता है. यहां प्रसव मरीजों के इलाज के नाम पर व्यवस्था यह है कि यहां जान जोखिम में डालकर एएनएम से प्रसव व इलाज करवाते हैं.
इस दौरान जरा सा भी चुक में प्रसव मरीजों का जान जाने का खतरा हर वक्त मरीजों पर मडराते रहता है. लेकिन इसकी परवाह न तो यहां के चिकित्सा पदाधिकारी को है और न ही जिले के स्वास्थ्य महकमे को.
आखिर ढ़ाई लाख की आवादी वाले इस क्षेत्र के मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने का सरकार की घोषणा यहां निरर्थक साबित होता जा रहा है. इस अस्पताल में दो एमबीबीएस चिकित्सक जबकि तीन आयुष चिकित्सक हैं. अब तो यहां की हालात यह हो गयी है कि महिला चिकित्सक के अभाव में यहां के प्रसव मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभुगंज आने से मुंह मोड़ने लगे हैं. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. प्रमोद कुमार ने बताया कि महिला चिकित्सक के नहीं रहने की शिकायत जिला मुख्यालय से बार-बार किया जाता है. लेकिन अभी तक महिला चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति नही की गयी है. इधर जिला सिविल सर्जन डा. सुधीर कुमार महतो ने बताया कि जिला में महिला चिकित्सक की कमी के कारण यहां महिला चिकित्सक को नियुक्त नहीं किया जा रहा है.

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