कचरा डंपिंग जोन बना विजयनगर का तालाब

मछली की जगह तालाब में हैं कचरे मत्स्य विभाग के अधीन है यह तालाब मत्स्यजीवी सहयोग समिति के नाम है तालाब बांका : नगर पंचायत के बांका परिसदन की ठीक पीछी स्थित विजयनगर तालाब इन दिनों कचरे का डपिंग जोन बना हुआ है. मुहल्लेवासी आये दिन इस तालाब में कचरे डाल रहे हैं. मछलीपालन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2016 4:55 AM

मछली की जगह तालाब में हैं कचरे

मत्स्य विभाग के अधीन है यह तालाब
मत्स्यजीवी सहयोग समिति के नाम है तालाब
बांका : नगर पंचायत के बांका परिसदन की ठीक पीछी स्थित विजयनगर तालाब इन दिनों कचरे का डपिंग जोन बना हुआ है. मुहल्लेवासी आये दिन इस तालाब में कचरे डाल रहे हैं. मछलीपालन के लिए मौजूद इस तालाब में फिलवक्त मछली की जगह मात्र कचरा ही नजर आ रहा है. मस्त्य विभाग के अधीन इस तालाब का पूर्व में सौदर्यीकरण के नाम पर सीढ़ी घाट भी बनाया गया है. लेकिन उचित देखभाल और मछलीपालन नहीं होने के कारण वर्तमान में यह तालाब स्थानीय लोगों का शौचालय बना हुआ है. परिसदन के नजदीक होने के बावजूद भी यह तालाब अबतक प्रशासनिक उदासीनता का शिकार बना हुआ है.
तालाब में बने सीढ़ी घाट भी बेकार हो गये हैं. तालाब में गंदे पानी का संग्रह हो रहा है. स्थानीय लोगों द्वारा अदा कदा मिट्टी भी काट कर ले जाया जा रहा है. हालात यह है कि यह तालाब मात्र एक शोभा नाम की तालाब बनकर रह गयी है. आसपास मुहल्ले के कई वरीष्ठ नागरीकों एवं वुद्धिजीवियों ने बताया है कि
अगर यह तालाब जिला प्रशासन की संज्ञान में आ जाये तो यह तालाब एक दिन दर्शनीय स्थल बन जायेगा. मालूम हो कि इस तालाब के समीप ही चिल्ड्रेन पार्क, शनि मंदिर , दुर्गा मंदिर, शीतला मंदिर, रंगमंच एवं खुला मैदान आदि मौजूद हैं. बावजूद यह तालाब बेकार की वस्तु बनी हुई है. साथ ही वर्तमान में यह तालाब मत्स्यजीवी सहयोग समीति प्रखंड बांका को मत्स्य विभाग की ओर से मछलीपालन हेतु आवंटित की है. जहां सहयोग समिति भी कुछ नहीं कर पाये हैं.
कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में मत्स्य पदाधिकारी संजय कुमार किस्कू ने बताया कि उक्त तालाब उनके विभाग के अंदर में है और मछलीपालन हेतु बांका प्रखंड के मत्स्यजीवी सहयोग समिति को दिया गया है. पहले मछलीपालन हो रहा था फिलहाल असामाजिक तत्वों द्वारा मछलीपालन में व्यवधान पैदा की जा रही है जिसके कारण मछलीपालन नहीं हो रहा है. जिस वजह से समिति के लोग भी मछलीपालन से कतरा रहे हैं. इस बावत समिति द्वारा विभाग को सूचित किया गया है. जल्द ही सभी समस्याओं का निदान निकाल लिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version