रजौन में 95 फीसदी धनरोपनी
कम बारिश के बावजूद धान की अच्छी रोपाई का सिलसिला रजौन प्रखंड क्षेत्र में लगातार जारी है. धान की खेती के लिए कृषि विभाग द्वारा तय किये लक्ष्य का 95 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है.
बांका/रजौन.बांका जिले में सावन मास में भले ही कम बारिश हुई हो, लेकिन किसानों में उत्साह की कोई कमी नहीं है. कम बारिश के बावजूद धान की अच्छी रोपाई का सिलसिला रजौन प्रखंड क्षेत्र में लगातार जारी है. धान की खेती के लिए कृषि विभाग द्वारा तय किये लक्ष्य का 95 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है. पिछले साल इस अवधि तक धान की रोपाई हो चुकी थी.
12641 हेक्टेयर क्षेत्र में धान आच्छादन का है लक्ष्य
कृषि विभाग ने इस बार रजौन प्रखंड के सभी 18 पंचायतों में करीब 12641 हेक्टेयर क्षेत्र में धान आच्छादन का लक्ष्य तय किया है. विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 21 अगस्त तक 12009 हेक्टेयर क्षेत्र में धान का आच्छादन की जा चुकी है. इसके अलावा रजौन क्षेत्र में मक्का 380.58 हेक्टेयर, अरहर 95.65 हेक्टेयर, मिलेट/मडुआ 7.5 हेक्टेयर, ज्वार 16.50 हेक्टेयर तथा कोनी/चीना 10 हेक्टेयर में आच्छादन किया गया है.
डीजल व इलेक्ट्रिक पंप सेट पर निर्भर हैं किसान
इस बार बारिश कम होने से किसानों को खरीफ फसल की रोपाई व खेतों के लगे धान की फसल को बचाना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है. कोतवाली के किसान धर्मवीर चंद्र, महगामा के हलधर सिंह, सिंहनान के निरंजन सिंह, नवादा बाजार के शंकर सिंह, मनोज कुमार आदि ने बताया कि बारिश कम होने के कारण डीजल पंप सेट व इलेक्ट्रिक पंप सेट के माध्यम से धान की फसल की रोपाई की है. सरकार द्वारा डीजल अनुदान व कृषि फीडर में विद्युत आपूर्ति करने के कारण खेती में काफी सहूलियत हुई है. लेकिन अब फसल को बचाना काफी मुश्किल हो रहा है. डीजल संचालित व इलेक्ट्रिक पंप सेट से जैसे-तैसे पटवन कर रहे हैं. ऐसे में खर्च का दबाव बढ़ने लगा है. इसी तरह बारिश नहीं होगी तो खेतों में लगी धान की फसल को बचाना काफी मुश्किल हो जायेगा.विभागीय आंकड़ों पर एक नजर
फसल लक्ष्य आच्छादन प्रतिशत
धान 12640.92 12009.00 95%मक्का 395.64 380.58 96.22%अरहर 99.27 95.65 96.35%मिलेट/मडुआ 131.76 7.50 5.69%ज्वार 24.06 16.50 68.58%
कोनी/चीना 20.89 10.00 47.87%डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है