राता पंचायत सचिव ने बिना पीसीसी ढलाई निकाल ली 10 लाख की राशि

बिना कार्य किये सरकारी राशि गबन का एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 26, 2024 11:41 PM

बांका. बिना कार्य किये सरकारी राशि गबन का एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है. फुल्लीडुमर प्रखंड क्षेत्र के राता पंचायत सचिव नंद कुमार पंडित पर षष्टम वित्त आयोग मद की योजना में करीब 10 लाख सात हजार 500 रुपये की वित्तीय अनियमितता का आरोप है. इस संबंध में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी शशि कुमार सिंह ने इसी माह जिला पंचायती राज पदाधिकारी को संबंधित पंचायत सचिव के काले-कारनामों का काला चिट्ठा भेजा है, जिसमें सिलसिलेवार ढंग से दर्शाया गया है कि कैसे मुखिया व पंचायत सचिव ने अलग-अलग तिथियों को हस्ताक्षर कर पैसे की निकासी कर ली है. सबसे ताज्जुब की बात यह है कि जिस पीसीसी सड़क निर्माण के नाम पर राशि की निकासी की गयी है वहां विभागीय स्तर से जारी पत्र की तिथि तक रत्ती भर काम नहीं किया गया है. ऐसे में पंचायत सचिव के अतिरिक्त अन्य के ऊपर भी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने इस संबंध में विगत चार नंवबर को ही संबंधित सचिव से स्पष्टीकरण तलब करते हुए निकाली गयी राशि को समायोजित करने का निर्देश दिया है. साथ ही योजना से संबंधित पूर्ण अभिलेख भी प्रस्तुत करने की बात कही है. बहरहाल, कुछ लोगों का कहना है कि समय गुजरने के बाद मामले को दबाया जा रहा है.

क्या है मामला

विभागीय जानकारी के मुताबिक, षष्टम राज्य वित्त आयोग मद की योजना के तहत राता पंचायत के वार्ड नंबर नौ अंतर्गतआनंदी यादव से गजेंद्र यादव घर तक ईट सोलिंग पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य किया जाना था. इस निर्माण कार्य के लिए 11 लाख चार हजार 100 रुपये की राशि स्वीकृत की गयी थी. परंतु दो वर्ष बीत जाने के बावजूद योजना पर बिना कोई कार्य कराये 10 लाख सात हजार 500 रुपये की निकासी कर ली गयी. यह राशि अलग-अलग तिथियों में चेक के माध्यम से निकासी की गयी है. वहीं दूसरी ओर इस पंचायत सचिव ने विभागीय दिशा-निर्देश का उल्लंघन करते हुए 83 हजार 150 रुपये का लेपटाॅप भी खरीद लिया है.

इन तिथियों को निकाली गयी राशि

28 नवंबर 2022- 7500 रुपये

06 दिसंबर 2022- दो लाख रुपये

11 जनवरी 2023- चार लाख रुपये

11 जनवरी 2023- चार लाख रुपये

कहते हैं पंचायती राज पदाधिकारी

मामले को लेकर जिला पंचायती राज पदाधिकारी को लिखित रुप से अवगत करा दिया गया है. उन्होंने स्वयं मामले को संज्ञान लिया है. वित्तीय अनियमितता से संबंधित सभी साक्ष्य भी उच्च स्तरीय अधिकारी को उपलब्ध करा दिया गया है.

शशि प्रसाद सिंह, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, बांका.B

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