ग्राम स्तरीय दलित संगठनों का हुआ वार्षिक अधिवेशन
आनंदपुर ओपी क्षेत्र के कड़वामारण गांव स्थित ज्ञान भवन परिसर में बुधवार को ग्राम स्तरीय दलित संगठनों का यूनिट स्तरीय अधिवेशन का आयोजन किया गया.
कटोरिया. आनंदपुर ओपी क्षेत्र के कड़वामारण गांव स्थित ज्ञान भवन परिसर में बुधवार को ग्राम स्तरीय दलित संगठनों का यूनिट स्तरीय अधिवेशन का आयोजन किया गया. अधिवेशन का विधिवत शुभारंभ बीडीवीएस के युवा राज्य समन्यक वीरेंद्र कुमार ने बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर के तैलचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया. रीना देवी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का सफल संचालन महिला उत्प्रेरक सुनीता देवी ने किया. इस अवसर पर विषय प्रवेश के दौरान संस्था प्रमुख महेंद्र कुमार रौशन ने बताया कि भारतीय संविधान व संविधान में निहित मौलिक एवं मानवाधिकार की रक्षा के साथ लोकतंत्र की रक्षा करना दलित संगठन का मूल उद्येश्य है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति/जन जाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में बदलाव के मुद्दे पर 2 अप्रैल 2018 में दलित वर्ग सड़क पर आ गये थे, जिसमें 13 साथियों ने शहादत दी थी. ठीक उसी प्रकार आरक्षण में उप वर्गीकरण एवं क्रीमीलेयर के मुद्दे पर फिर से 21 अगस्त 2024 को भारत बंद किया गया, यह संगठन की शक्ति है. इस तरह गांव स्तर पर बहुत सारी मुद्दे हैं, जिसे चिह्नित कर संवैधानिक लड़ाई लड़ने की जरूरत है. इसलिए ग्राम स्तरीय दलित संगठन का निर्माण कर अधिवेशन का आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर से तीन अक्टूबर तक पटना में राज्य स्तरीय दलित संगठनों का अधिवेशन निर्धारित है. जिसमें बिहार प्रदेश के हर लक्ष्य समूह जिले से सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल होने वाले हैं. इस अवसर पर मुख्य अतिथि वीरेंद्र कुमार ने बताया कि संविधान में निहित प्रावधानों को लोगों को जानने की जरूरत है, तभी हक-अधिकार मिलना संभव होगा. इस अवसर कार्यक्रम के प्रारंभ में भारतीय संविधान के प्रस्तावना को देवराज कुमार के द्वारा पढ़ा गया. वहीं रामू ताती, पिंकी देवी, दीपक कुमार, महालाल बेसरा, लखन मुर्मू, रूबी कुमारी, मुन्नी देवी, बंदना देवी, बादली देवी, तिखनी आदि अन्य लोगों ने झूमर एवं संगठन के गीत गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
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