अप्रोच की जद में आने वाले प्रभावित लोगों ने की बैठक
चीर नदी पर पंजवारा में एनएच 333 ए अंतर्गत बन रहे उच्च स्तरीय पुल के काम के आखिरी चरण में पहुंच जाने के बाद अब तेजी से एप्रोच पथ बनाने की कवायद चल रही है.
पंजवारा(बांका). चीर नदी पर पंजवारा में एनएच 333 ए अंतर्गत बन रहे उच्च स्तरीय पुल के काम के आखिरी चरण में पहुंच जाने के बाद अब तेजी से एप्रोच पथ बनाने की कवायद चल रही है. ऐसे में पंजवारा की तरफ बनने वाले एप्रोच पथ की जद में आने वाले भू-स्वामियों की परेशानी बढ़ गयी है. उन्हें अंचल कार्यालय बाराहाट से नोटिस जारी कर जमीन को सरकारी बताकर उसे खाली करने का निर्देश दिया गया है. उक्त जमीन के भू धारी ने इस आदेश के विरुद्ध एक बैठक की है. पंजवारा ठाकुरबाड़ी परिसर में आयोजित बैठक में मौजूद रैयतों ने एक स्वर में अपनी जमीन को सरकारी जमीन बताये जाने का विरोध किया. कहा कि इस जमीन से जुड़े सभी कागजात उनके पास मौजूद है एवं 1963-64 में इस जमीन पर सड़क निर्माण को लेकर उनके भूमि के जिस हिस्से का अधिग्रहण किया गया था उसका मुआवजा भी उन्हें मिला था. लेकिन आज की तारीख में इस जमीन के भाग को सरकारी बताकर उसे एप्रोच पथ निर्माण के लिए लेने की साजिश विभाग कर रही है. इसको लेकर जिलाधिकारी, कमिश्नर को ज्ञापन सौंपने के बाद आवश्यकता पड़ने पर हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटायेंगे. मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य विजय किशोर सिंह, राकेश रंजन सिंह, कुमार सुमन, मनोज सिंह, संजय चौधरी, सुधीर चौधरी, सुनील कुमार मिश्रा, सुनील कुमार सिंह, आनंद शंकर सिंह, ललन कुमार सिंह, अंबुज सिंह, किशन यादव, मधुसूदन यादव, छोटे लाल यादव, मिथिलेश मिश्रा, संजीव कुमार सिंह, मुनेश्वर सिंह सहित दर्जनों प्रभावित भू धारी मौजूद रहे.
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