कर्ज के पैसे जुटाने बिहार से जम्मू-कश्मीर गया था राजा, घर वापस लौटने से पहले आतंकियों ने कर दी हत्या
बिहार के बांका निवासी मजदूर की हत्या जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने गोली मारकर कर दी.
बिहार के बांका जिला अंतर्गत रजौन प्रखंड क्षेत्र के सहायक थाना अंतर्गत नवादा बाजार निवासी स्व.शंकर साह व मीरा देवी के कनिष्ठ सुपुत्र राजेश साह उर्फ राजा साह (35) की बुधवार की रात को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबिहाड़ा थाना के जुबलीपुरा मोहल्ले में रेहड़ी पर पकौड़ा की दुकान बंद कर घर के समीप दो से तीन आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है. मृतक के गर्दन के दाएं तरफ और पेट में दो गोलियां लगी है. जेके पुलिस के अनुसार देर रात तक किसी आतंकी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है.
परिजनों में मचा कोहराम
बुधवार की देर रात राजा साह की हत्या खबर पाकर उनके नवादा बाजार स्थित आवास पर हलचल तेज हो गई. परिवार के सभी सदस्य का रोने बिलखने से वहां का माहौल गमगीन हो गया. गांव के हर व्यक्ति आतंकियों के कायराना हरकत से स्तब्ध है. वहीं इस घटना की सूचना पर जिलाधिकारी अंशुल कुमार की पहल पर रजौन अंचलाधिकारी कुमारी सुषमा व नवादा बाजार थाना अध्यक्ष पंकज किशोर मृतक के घर पर पहुंचे और परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया तथा सहायता करने का आश्वासन दिया.
घटना के चश्मदीद गवाह रहे पुत्र ने बताया..
वहीं फोन पर मृतक के बड़े पुत्र अंकुश राज के द्वारा पूछे जाने पर बताया कि बुधवार की देर संध्या करीब 8:00 बजे पापा ठेला को घर के अंदर रख रहे थे कि तभी अंधेरे में एक युवक ने पिस्तौल से गोली मार दी, मैंने मारते हुए देखा लेकिन अंधेरे में पहचान नहीं सका. गोली मारकर आतंकवादी फरार हो गया. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों व परिजनों ने अनंतनाग के अस्पताल में पहुंचाया जहां कुछ ही देर में उनकी मृत्यु हो गई.
क्या कहते है परिजन
मृतक के भाई मिथुन साह ने बताया कि परिवार की स्थिति काफी दयनीय है. अपने परिवार की भरण पोषण व बकाए कर्ज के भुगतान हेतु करीब 10 बर्ष से जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबिहाड़ा में रेहड़ी पर भूंजा पकौड़ा आदि बेचकर अपना घर का भरण पोषण व बकाए कर्ज का भुगतान कर रहा था. वह अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था. मृतक को तीन पुत्र अंकुश राज, लक्की व बिशु है .एक की उम्र 10 साल और तीसरे की उम्र 5 साल है. मृतक की पत्नी सुमन देवी व बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. मृतक के परिजनों ने शव को घर तक पहुंचाने तथा आर्थिक मदद देने की मांग सरकार व प्रशासन से गुहार लगाई है.
7 महीने के बाद अब भतीजी की शादी में आने वाला था घर
वहीं मृतक की मां मीरा देवी रोते हुए कहते हैं हमें तीन पुत्र था. पति की मौत करीब 20 बर्ष पूर्व हो गई है. सबसे बड़े पुत्र सूरज साह की मौत करीब 15 पूर्व हो गई है. मंझले पुत्र मिथुन साह नवादा बाजार के एक होटल में मजदूरी करते है. सबसे छोटा पुत्र राजेश उर्फ राजा साह था. बुधवार को राजा को जम्मू कश्मीर राज्य में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. वह दस सालों से जम्मू कश्मीर राज्य में रहकर अपने साढू गोड्डा के ललमटिया निवासी मंटू साह के साथ मिलकर भूंजा व पकौड़ी बेचता था. छोटे बेटे की कमाई से घर परिवार चलता था. आज से करीब 7 माह पूर्व भूमि बटवारे को लेकर घर आया था. तीन दिन पूर्व फोन कर 20 अप्रैल को भतीजी की शादी में घर आने की बात बताया था. पुत्र की मौत की खबर से शादी का माहौल मातम में बदल गया. हम सरकार व प्रशासन से मांग करते है की हमें पुत्र के शव को सौंपा जाय जिससे हम अंतिम संस्कार कर सकें.
रोजगार के लिए जम्मू कश्मीर गए हैं दर्जनों मजदूर
ग्रामीणों ने बताया कि नवादा खरौनी पंचायत के विभिन्न गांवों के करीब दो दर्जन से अधिक लोग रोजगार की तलाश में जम्मू कश्मीर में काम कर रहे है. कई कामगार रेहड़ी पर गोलगप्पे, फल, फास्ट फूड आदि बेचते हैं. कई कामगारों के परिजनों में इस घटना को लेकर मन में खौफ हो गया है. वे पुत्रों या पतियों को घर वापस आने को बोल रही है. एक कामगार की मां ललिता देवी ने कहा की अब कभी जम्मू कश्मीर काम पर नहीं भेजूंगी. चाहे मुझे भूखे क्यों न रहना पड़े. अब परिवार के सभी सदस्यों को अपने पास ही रखेंगे.
शव को नवादा बाजार तक पहुंचाने में प्रशासन की आनाकानी..
मृतक की पत्नी सुमन देवी ने फोन पर बताया कि जम्मू कश्मीर प्रशासन पति के शव को घर तक भेजने में आनाकानी कर रही है. प्रशासन शव खराब होने का हवाला देकर जम्मू कश्मीर में दाह संस्कार का दवाब दे रही है. पर हमलोग शव को गांव तक पहुंचाने के लिए कह रहे है.
क्या कहते है सीओ
अंचलाधिकारी कुमारी सुषमा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर मृतक के परिजनों से आज गुरुवार को मिला. परिजनों से मिलने के बाद उनकी मांगों को जिलाधिकारी के पास भेज दिया है. साथ ही घटना की सूचना आपदा विभाग को भेज दिया. मृतक के शव को सौंपने का निर्णय जिला प्रशासन व सरकार को करना है. सरकार द्वारा शव को भेजने पर परिजनों को सौंपा जाएगा.
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष पंकज किशोर ने कहा कि ग्रामीणों के द्वारा दिए गए सूचना पर मृतक के परिजनों से मिला. इस दुख की घड़ी में परिजनों को धैर्य रखने को कहा. साथ ही यह भी कहा की सरकार व जिला प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय का पालन कराया जायेगा.