-14 जनवरी से शुरू होने वाले चार दिवसयी मंदार महोत्सव की जोर-शोर से चल रही तैयारी
-मंदार मंच से मेले में कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.फोटो 10 बौंसी 2 a, b. बनाया जा रहा आकर्षक हैंगर, अजमेरी नाव झूला को लगाते मजदूरप्रतिनिधि, बौंसी. मंदार महोत्सव सह बौंसी मेला का शुभारंभ 14 जनवरी से हो जायेगा. चार दिवसीय महोत्सव के बाद करीब 20 दिनों तक चलने वाले इस मेले की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. 13 जनवरी की देर रात तक पूरी तरह सज धज कर मेला तैयार हो जायेगा. महोत्सव में मंदार मंच से मेले में कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. पर्यटन विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी कर ली गयी है. महत्वपूर्ण विषय पर भी कृषि प्रदर्शनी में विशेषज्ञों के द्वारा परिचर्चा की जायेगी. अंग क्षेत्र के साथ-साथ पूर्वी बिहार का यह सबसे बड़ा मेला अपने आप में खास है. मंदार मंच से चित्रकला प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता के साथ-साथ जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति की जायेगी. यहां आने वाले पर्यटकों को कला, संस्कृति और मनोरंजन का अनूठा संगम देखने को मिलेगा. हर दिन आयोजित कार्यक्रमों में नृत्य, संगीत, नाटक और लोक कलाकारों की प्रस्तुति होगी. यहां सत्य, सनातन और सुसंस्कृति का अनमोल संगम देखने को मिलता है. मेला से जुड़े हजारों लोगों की आजीविका भी यहां से जुड़ी हुई है. यह मेला जहां अर्थ और व्यापार का केंद्र है. वहीं धर्म और आस्था का महाकुंभ भी है. मकर संक्रांति के मौके पर भगवान मधुसूदन की आकर्षक शोभायात्रा निकलती है. वहीं मंदार तराई में मकर स्नान करने के लिए भी लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है. इस दौरान करीब 5 से 7 लाख लोगों का मेला और मंदार में आना जाना रहता है. करीब 10 किलोमीटर तक के एरिया में मेला से संबंधित कई दुकानें रहती है. जिला प्रशासन के द्वारा मेला में आने वाले सैलानियों को परेशानी ना हो इसके लिए शौचालय, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाएं मुकम्मल तरीके से की गयी है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से व्यापक पैमाने पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी व कांस्टेबलों को ड्यूटी पर लगाया जा रहा है.
बनाया जा रहा आकर्षक हैंगर
मेला मैदान के मंदार मंच समीप इवेंट कंपनी द्वारा 130 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा आकर्षक हैंगर बनाया जा रहा है. जबकि हैंगर के दोनों और 20-20 फीट का अलग से पैसेज बनाया जा रहा है. एक अनुमान के मुताबिक कार्यक्रम स्थल पर 5 से 7000 हजार दर्शक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद ले पायेंगे. हैंगर के बाहर बड़े आकार का एलसीडी लगाया जायेगा. अत्यधिक भीड़ होने पर बाहर खड़ी भीड़ भी एलसीडी के जरिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले पायेगी. दूसरी ओर मेला मैदान में भी खेल तमाशा, दुकानदारों और झूले वालों ने युद्ध स्तर पर तैयारी आरंभ कर दी है. पहली बार बौंसी मेला में आये अजमेरी नाव झूला को देखने के लिए अभी से ही लोगों का आना आरंभ हो गया है. मेला मैदान में कश्मीरी ऑनलाइन कपड़ों के साथ-साथ फास्ट फूड के दुकानदारों ने भी अपनी दुकान सजानी आरंभ कर दी है. मीना बाजार, क्रोकरी आदि की दुकान भी लगनी आरंभ हो गयी है. मेला संवेदक ने बताया कि 13 जनवरी को मेला पूरी तरह से तैयार हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है