बांका. डीएम अंशुल कुमार ने बुधवार को मंडल कारा में दो यूनिट नवनिर्मित स्नानागार सह शौचालय का शुभारंभ किया. कारा प्रांगण में ही आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कारा के अन्तःवासियों (बंदियों) को संबोधित करते हुए अपनी प्रतिभा की पहचान कर उसे निखारने के लिए प्रेरित किया. जिलाधिकारी ने कहा कि आप कामयाबी का जितना बड़ा सपना देखेंगे, उतनी बड़ी कामयाबी आपको मिलेगी. इसकी एक ही शर्त है, कड़ी मेहनत, आत्म विश्वास और दृढ़ संकल्प. आज जो भी बच्चे सफल हो रहे हैं वे सभी सामान्य परिवारों के बच्चे हैं. जो साधन के बल पर नहीं बल्कि संकल्प के बल पर सफल हो रहे हैं. यही आपको भी करना है. डीएम ने जेल में लगे फूलों की विशेष तारीफ की. कहा कि ऐसे मनमोहक व सुगंधित फूल समाहरणालय में भी नहीं दिखते हैं. इस फुलवारी की देखभाल करने वाले बंदी बाहर जाकर नर्सरी खोल सकते हैं तथा फूलों की खेती कर सकते हैं. जो बंदी खाना बनाने के शौकीन हैं वे भी खाद्य एवं प्रसंस्करण क्षेत्र में आगे बढ़कर नया मुकाम हासिल कर सकते हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बंदी अपने दृढ़ संकल्प व कड़ी मेहनत से लाखों प्रतियोगियों में अपना स्थान बना सकते हैं. डीएम ने जरूरत की किताबें उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.
जेल के विभिन्न वार्डों का किया निरीक्षण
डीएम ने जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय की प्रशंसा करते हुए कहा कि मौजूदा बंदी भाग्यशाली हैं कि इतने अच्छे जेल अधीक्षक मिले हैं. जो आपके लिए हर तरह का प्रशिक्षण व सामग्री उपलब्ध कराने में सक्षम हैं. उन्होंने बिहार में बहुत जेल देखे हैं लेकिन, मंडल कारा जैसा व्यवस्थित और अनुशासित जेल कहीं नहीं मिला. इससे पहले जेल प्रशासन की ओर से डीएम को मोमेंटो देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम के बाद डीएम ने सभी वार्ड, महिला वार्ड, कारा अस्पताल, स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय आदि का निरीक्षण किया. जेल के लिए जमीन अधिगृहीत करने व आदर्श कारा बनाने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए जेल अधीक्षक को निर्देशित किया. डीएम ने साफ-सफाई तथा प्रबंधन की तारीफ की. उन्होंने कारा प्रांगण में पौधरोपण कर स्वस्थ पर्यावरण का भी संदेश दिया. चिकित्सकों को सुबह और शाम नियमित रूप में बैठने के लिए निर्देशित किया. मौके पर कारा उपाधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा, डा. जितेंद्र, डा. बजरंग गुप्ता, सहायक अधीक्षक विकास कुमार, प्रोग्रामर निगम कुमार सिंह, गुड्डू गिरी, दीपक मित्रा, संतोष कुमार, निशांत मिश्रा सहित अन्य कारा कर्मी मौजूद थे.बंदी बनाएंगे चप्पल, फर्नीचर व वस्त्र
डीएम ने कहा कि कारा में स्थापित किये जा रहे स्लीपर उद्योग, कारपेंटरी उद्योग तथा वस्त्र उद्योग के माध्यम से भी बंदियों को भविष्य में प्रशिक्षण मिलेगा. उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जायेगा. ताकि यहां से बाहर जाने पर बंदी समाज और विकास की मुख्यधारा से जुड़कर खुद की तरक्की कर सके. जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय ने धन्यवाद ज्ञापन के दौरान कहा कि जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में यह जेल आदर्श कारा के रूप में जल्द ही स्थापित होगा. साथ ही बंदियों से डीएम के गुरु मंत्र को जीवन में उतारने की अपील की.
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