Bihar News: सनातन-जैन और सफा के मंगल मिलन से दमक उठा मंदार महोत्सव, विश्व प्रसिद्ध बौंसी मेले का हुआ आगाज
Bihar News: मकर संक्रांति पर सनातन व खासकर सफा संप्रदाय के 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदार के पापहारिणी सरोवर में आस्था की डुबकी लगायी और अपने-अपने ईष्ट देवता की पूजा की.
Bihar News: सुभाष वैद्य/ बांका. चारों दिशाओं का समागम, आस्था का अद्भुत संगम, सनातन की अगुवाई में कई पंथ और संप्रदाय का मिलन, हर एक के हृदय में अपने अराध्य की भक्ति, साथ में अपनी संस्कृति व परंपराओं की डोर, यह मनोरम नजारा रहा मंदार महोत्सव का. मंगलवार को सनातन, जैन, सफा और कई अनगिनत पंत और संप्रदाय के मंगल मिलन से मंदार दमक उठा है. मकर संक्रांति के अवसर पर प्रतिवर्ष लगने वाले इस मेले में लगभग एक लाख श्रद्धालु व पर्यटक पहुंचे.
विश्व प्रसिद्ध बौंसी मेले का हुआ रंगारंग आगाज
सनातन व खासकर सफा संप्रदाय के 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदार के पापहारिणी सरोवर में आस्था की डुबकी लगायी और अपने-अपने ईष्ट देवता की पूजा की. श्रद्धालुओं ने मंदार पर्वत के अलग-अलग हिस्सों में जाकर अपने-अपने अराध्य की आराधना की. जैन धर्मावलंबियों ने भी 22वें तीर्थंकर वासुपूज्य का ध्यान किया. श्रद्धालुओं की कई टुकड़ियों मंदार की परिक्रमा भी की. इसी के साथ चार दिवसीय मंदार महोत्सव सह राजकीय बौंसी मेला का रंगारंग आगाज हो गया है.
Also Read: Mahakumbh 2025: निरंजनी अखाड़ा ने दरभंगा राजपरिवार को भेजा न्योता, इस दिन आने का किया अनुरोध
गणेश वंदना के साथ हुई महोत्सव की शुरुआत
बौंसी मेला प्रांगण में अवस्थित मुख्य मंच पर मौजूद सूबे के खेल मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री सुरेंद्र मेहता व भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, सांसद गिरिधारी यादव, पूर्व मंत्री सह बांका विधायक रामनारायण मंडल, धोरैया विधायक भूदेव चैधरी, बेलहर विधायक मनोज यादव, कटोरिया विधायक डॉ निक्की हेम्ब्रम, नगर पंचायत की अध्यक्ष कोमल भारती, बौंसी प्रमुख नीतू हेम्ब्रम, डीएम अंशुल कुमार व एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा के साथ गणेश वंदना व मंत्रोच्चार के बीच दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का श्रीगणेश हुआ. इससे पहले अतिथियों का पारंपरिक आदिवासी नृत्य और गीत के साथ स्वागत किया गया.
बिहार ही नहीं आसपास के राज्यों से भी पहुंचे श्रद्धालु व पर्यटक
मंदार महोत्सव में बांका, भागलपुर, जमुई, मुंगेर व सूबे के अन्य जिलों के साथ-साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, यूपी समेत दूसरे प्रदेशों से भी श्रद्धालु व पर्यटक पहुंचे. पर्यटक ने न केवल पूजा-अर्चना की, बल्कि यहां के ऐतिहासिक धरोहरों को भी देखा. प्रशासनिक स्तर पर यह मेला 17 जनवरी को समाप्त हो जायेगा. हालांकि, आंचलिक स्तर पर मेला 26 जनवरी तक रहेगा. मंत्रीगण ने इससे पहले कृषि प्रदर्शनी आदि का भी शुभारंभ किया. मंचासीन अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन डीएम व डीडीसी ने किया.