कड़ाके की ठंड में नहीं हो रही है अलाव की व्यवस्था
पूस माह की सर्द रातें जहां एक ओर गरीबों पर सितम ढ़ा रही है, वहीं कनकनाती सुबह भी लोगों की परेशानी बढ़ा रही है.
पंजवारा. पूस माह की सर्द रातें जहां एक ओर गरीबों पर सितम ढ़ा रही है, वहीं कनकनाती सुबह भी लोगों की परेशानी बढ़ा रही है. ऐसे में सुबह काम की तलाश में निकलने वाले मजदूरों, राहगीरों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है. इस कंपकंपाती ठंड से राहत पाने के लिए राहगीरों, मजदूरों, ठेला व रिक्शा चालकों को ठंड में अलाव भी नसीब नहीं हो रहा है. पंजवारा संकटमोचन चौंक सहित अन्य जगहों पर सुबह-शाम अलाव की व्यवस्था नहीं होने की वजह से राहगीरों को ठंड की ठिठुरन से निजात नहीं मिल पा रहा है व स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा अलाव की व्यवस्था करने को लेकर दिलचस्पी लेने की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. वहीं प्रशासनिक स्तर पर भी इसके लिए कोई इंतजाम होता दिखाई नहीं दे रहा है.
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