बीएसएफ इंस्पेक्टर को भागलपुर के बरारी घाट पर दी गयी मुखाग्नि
देर रात बीएसएफ इस्पेक्टर का शव रजौन प्रखंड के पुनसिया गांव पहुंचा
पंचतंत्र में विलीन हुआ बीएसएफ इस्पेक्टर सुमन कुमार सोना. -भारत माता की जय, सुमन कुमार सोना अमर रहे के जयकारों से गूंजा इलाका. बांका/रजौन. बांग्लादेश के बॉर्डर पर मेघालय के तूरा में पदस्थापित बीएसएफ इंस्पेक्टर सह रजौन के पुनसिया निवासी सुमन कुमार सोना के शव का मंगलवार को भागलपुर के बरारी घाट पर अंतिम संस्कार किय गया. इसके पूर्व बीएसएफ के जवानों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बीएसएफ इंस्पेक्टर को उनके छोटे भाई चंदन कुमार सोना ने मुखाग्नि दी. इसके पूर्व सोमवार की देर रात बीएसएफ इस्पेक्टर का शव रजौन प्रखंड के पुनसिया गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही पूरा गांव गमगीन हो उठा. शव से लिपटकर पत्नी उजाला कुमारी, माता संगीता देवी,पिता बिंदेश्वरी साह, छोटा भाई चंदन दहाड़ मार कर रोने लगी. मृतक इस्पेक्टर की डेढ़ वर्षीय मासूम पुत्री अपनी पथरायी आंखें से अपने पिता को इधर-उधर खोज रही थी. उधर गांव में शव पहुंचने के बाद सुबह सबेरे एसडीओ अविनाश कुमार, बौंसी एसडीपीओ अर्चना कुमारी,रजौन के थानाध्यक्ष चंद्रदीप कुमार के आलावा अन्य स्थानीय समाज सेवी श्याम यादव, मुखिया रणधीर यादव, भाजपा नेता गौतम विश्वकर्मा, नितेश कुमार उर्फ बंटी सहित दर्जनों लोगों ने जवान को पुष्पांजलि अर्पित किया और उनकी आत्मा के शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. उधर जिला प्रशासन की ओर से भुवासन तालाब के समीप जवान को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. इसके बाद उनका शव यात्रा पैतृक गांव पुनसिया से निकाल कर पुनसिया बाजार तक गयी. शव यात्रा के दौरान सैकडों लोगों के भारत माता की जय, वीर शहीदो अमर रहे, अमर कुमार सोना अमर रहे की गूंज से पूरा इलाका गूंजायमान होता रहा.बाद में पुनसिया से बीएसएफ के जवान को विशेष वाहन से भागलपुर के बरारी घाट अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. -आसमान भी रोया. बीएसएफ इस्पेक्टर सुमन कुमार सोना का शव सोमवार की देर रात जैसे ही पुनसिया पहुंचा.स्थानीय ग्रामीणों सहित आसपास-पास के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. लेकिन क्षेत्र के जाने-माने जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचने से उनकी चर्चा भी होते रही. मालूम हो कि मृतक जवान बीएसएफ इंस्पेक्टर के पद पर हाल में ही पदस्थापित हुए थे. लेकिन उनके घर की स्थिति अच्छी नहीं है. उनके पिता ट्यूशन पढा कर अपना एवं अपने बाल बच्चों का भरण पोषण कर रहे हैं. जवान के आकस्मिक मौत से इलाके में मातमी सन्नाटा पसर रहा. भले ही कोई बड़े नेता वहां नहीं पहुंचे,लेकिन इस घटना से आसमान जरूर रो पड़ा. रात में ही बारिश होने लगी. -पंचायत ने अपने दो वीर सपूतों को खोया. हाल के दिनों में मोरामा बनगांव पंचायत ने दो वीर सपूतों को खो दिया है. इसके पूर्व इसी पंचायत ने बनगांव निवासी अर्जुन प्रसाद सिंह के पुत्र बीएसएफ जवान रतन मोहन सिंह की डयूटी पर बीमार पड़ने से मौत हो गयी थी. इसके बाद यह घटना से सभी सन्न हैं.
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