प्रतिनिधि, बौंसी. चांदन डैम के जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. शुक्रवार की सुबह डैम में 456 फुट पानी स्टोर था. जो 24 घंटे में बढ़कर 470 फिट हो गया है. लगातार हो रही बारिश से डैम के जलस्तर में करीब 14 फिट पानी की बढ़ोतरी हुई है. जानकारी हो कि पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण डैम के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. खासकर झारखंड के देवघर इलाके में हुई बारिश से डैम के कैचमेंट एरिया में काफी पानी आने लगा है. अगर दो-चार दिन इसी रफ्तार से बारिश हुई तो डैम पूरी तरह पानी से लबालब हो जायेगा. जानकारी हो कि डैम में पर्याप्त पानी रहने से किसानों को खरीफ और रवि की फसल में भरपूर पानी मिल पायेगा. चांदन डैम का पानी बांका जिले के बौंसी, बाराहाट, रजौन, धोरैया सहित भागलपुर के कुछ प्रखंड के किसान सिंचाई के लिए उपयोग करते हैं. इस डैम को किसानों का लाइफ लाइन भी बताया जाता है. ऐसे में अब किसानों को काफी मात्रा में सिंचाई के लिए पानी मिलने की उम्मीद है. हालांकि डैम में गाद भरा है और इससे काफी कम पानी मिल पाता है. 1962 में बने चांदन डैम की जल भंडारण क्षमता 1 लाख 10 हजार क्यूसेक था, जो घटकर महज 60 हजार क्यूसेक रह गया है. दूसरी ओर डैम के लगातार बढ़ रहे जलस्तर पर सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है. डैम में विभाग के द्वारा कर्मी को तैनात किया गया है, जो प्रत्येक घंटे की रिपोर्टिंग विभाग को कर रहे हैं और यहां से जिला को भी रिपोर्ट भेजा जा रहा है.
500 फीट के बाद होगा स्पिल
जानकारी हो कि 500 फीट पानी हो जाने के बाद डैम का पानी स्पील कर नदी में जाने लगता है. पानी स्पील होने के लिए अभी 31 फीट पानी की और जरूरत है. हालांकि डैम का डेड जलस्तर 425 फीट है. 1962 – 63 में बने इस डैम से भागलपुर एवं बांका जिले के 67945 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती थी. गाद जमा होने से सिंचाई क्षमता आधी से भी कम रह गयी है. महज 60 वर्षों में डैम के तीन हिस्से में गाद जमा हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है