उचित निर्णय को लेने के साहस ने ही मोहनदास को महात्मा गांधी बनाया
निर्णय को लेने के साहस ने मोहनदास को महात्मा गांधी बनाया
बांकाः सार्वजनिक महाविद्यालय समुखिया मोड़ के पास गांधी की प्रतिमा समीप जिला के कांग्रेसियों ने महात्मा गांधी के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षता का शताब्दी समारोह गुरुवार को मनाया. कांग्रेस जिलाध्यक्ष कंचना कुमारी सिंह ने कहा कि गांधी की प्रासंगिकता इस दौर में और अधिक हो गयी है. जिला प्रशासन द्वारा स्थापित गांधी चैक पर गांधी की लाठी लिए हुए पूर्ण प्रतिमा शस्त्र की जगह शास्त्र के रास्ते पर सदैव चलाने की प्रेरणा देता है. विनम्रता व कृतज्ञता ही किसी संस्कृति को सनातन बनती है और वह हमारे देश भारत को सर्वभाव समभाव, सहिष्णुता, सहअस्तित्व की नीति के कारण ही परिवर्तनशील एवं विकासशील बनाए रखती है. बिना किसी भय और द्वेष के तथा बिना किसी समर्थन के आकांक्षा की उचित निर्णय को लेने के साहस ने ही मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी और राष्ट्रपिता बापू बनाया. 1924 के बेलगाम सेशन में गांधी की अध्यक्षता के आज 26 दिसंबर को 100 साल पूरा हुआ और आज बांका जिला कांग्रेस कमेटी ने नुक्कड़ सभा द्वारा शताब्दी समारोह का आयोजन पूरी कृतज्ञता अर्पित करते हुए की. कहा कि पार्टी विचारधारा और गांधी के चिंतन को लेकर गांव तक पहुंचाने का पुनः प्रयास करते हुए जल्द ही बांका जिला में पदयात्रा का आयोजन किया जायेगा. इस दौरान गांधी की भूमिका में गोरेलाल गोप और अंग्रेज की भूमिका में मनीष घोष, बलराम यादव तथा गांधीवाद के प्रतीक सच्चिदानंद साह बने. इस मौके पर इंदु देवी, सुबोध मिश्र, कैलाश शाह युवा जिलाध्यक्ष राजीव रंजन, महेश्वरी यादव, संजय झा, लक्ष्मण प्रसाद सिंह, अमरेंद्र झा, अजय सिंह, महेश मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे.
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