प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के दौरान मृत चलना गांव निवासी दिव्यांग का शव पहुंचा गांव
दिव्यांग का शव पहुंचा चलना गांव, महाकुंभ की भगदड़ गसी थी तरल
धोरैया. प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार की देर रात भगदड़ के दौरान मृत धोरैया थाना क्षेत्र के चलना गांव निवासी करीब 50 वर्षीय दिव्यांग सत्यवान रजक का शव शुक्रवार की देर शाम चलना पहुंचा. इससे पहले यूपी प्रशासन शव को लेकर धोरैया थाना पहुंची, जहां आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत शव को चलना गांव पहुंचाया गया. जहां प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश पासवान, सामाजिक कार्यकर्ता परशुराम दास, राजाराम दास सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मृतक के पैतृक आवास पर पहले से प्रतीक्षा कर रहे थे. शव के पहुंचने से पूर्व ही परिजनों द्वारा उसके दाह संस्कार की भी तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी थी. शव के गांव पहुंचते ही माहौल फिर गमगीन हो गया. सबकी आंखें नम थी. परिजनों की दहाड़ एक बार फिर से गूंज उठी. दिव्यांग सत्यवान अपनी पत्नी सहित आधे दर्जन लोगों के साथ चलना गांव से 27 जनवरी की सुबह निकले थे. मंगलवार की रात करीब 11:30 बजे स्नान कर जब सभी वापस लौटने लगे, इसी दौरान भगदड़ मच गयी, जिससे सत्यवान रजक उन लोगों से बिछड़ गया. काफी खोजबीन के बाद भी रात 2 बजे तक उसका कोई अता पता नहीं चल पाने के कारण खोया पाया सेंटर में नाम दर्ज कराया गया. बुधवार की रात करीबन 9 बजे मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज में खोजते खोजते उसके शव की पहचान हो पायी. मृतक अपनी पत्नी कंकई देवी सहित अपने पांच व्यक्ति के साथ गया हुआ था. इधर घटना के बाद से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
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