चौखट महादलित टोला में नहीं थम रहा डायरिया, मेडिकल टीम गांव में किये हुए है कैंप
गांव में भी आधा दर्जन से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित है.
फुल्लीडुमर. प्रखंड क्षेत्र के केंदुआर पंचायत अंतर्गत वार्ड 13 महादलित टोला चौखट में गत सप्ताह से डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. गांव में मेडिकल टीम कैंप किये हुए है. मंगलवार को भी गांव के डायरिया पीड़ित करुण दास की चार वर्षीय पुत्री कमल कुमारी, पिंटू रविदास की 10 वर्षीय पुत्री सब्बू कुमारी व कपिल मांझी एक वर्षीय पुत्री को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फुल्लीडुमर में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक के द्वारा सभी डायरिया पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है. वहीं गांव में भी आधा दर्जन से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित है. जिनका उपचार गांव में मौजूद मेडिकल टीम के द्वारा किया जा रहा है. मालूम हो कि अब तक यहां एक दर्जन से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ चुके है. डायरिया से पीड़ित मरीजों का इलाज फुल्लीडुमर, अमरपुर व बांका सहित अन्य सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी क्लिनिक में भी जारी है. गांव में मौजूद मेडिकल टीम में डॉ शंकर मिश्रा, डॉ कंचन प्रभा, जेएनएम लोकेश मीणा, सीएचओ दौलत सिंह, धनंजय कुमार, डीसीएम रोहित कुमार, एएनएम नाच कुमारी, ललिता कुमारी, खुशबू कुमारी, आशा फैसिलिटी श्वेता कुमारी आदि शामिल है. अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम में बासी व दूषित भोजन खाने एवं शुद्ध पानी नहीं पीने से डायरिया बीमारी फैलता है. पीड़ितों के इलाज के लिए गांव में मेडिकल टीम को सारी सुविधा के साथ भेजी गयी है. बीडीओ कृष्ण कुमार ने भी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों का हालचाल लिया. मौके पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराते हुए मेडिकल टीम को कई आवश्यक निर्देश दिया गया. गांव सभी नालियों व गलियों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. ग्रामीण कपिल मांझी ने बताया कि पूरे गांव में डायरिया फैली हुई है. हर परिवार के लोग डायरिया से पीड़ित हो रहे है. गांव में ब्लीचिंग पाउडर छिडंकवाने की पूर्ण व्यवस्था की गई है एवं शुद्ध पीने की पानी को लेकर भी वीडियो द्वारा व्यवस्था कराई गयी है विगत एक माह की जन्म लिए बच्ची भी इस बीमारी से ग्रसित हो चुकी है बच्ची की मां भिखमा देवी एवं बच्ची के पिता कपिल मांझी ने बताया कि गांव की हालत काफी खराब है हर परिवार इस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं जान बचाना मुश्किल हो रहा है वैसे मेडिकल द्वारा चिकित्सा निशुल्क कराई जा रही है
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