ई शिक्षा कोष एप से शिक्षकों व बच्चों की हाजिरी बनाने में हो रही कठिनाई, संघ ने किया विरोध

नये नियम के विरूद्ध संघ ने किया विरोध

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2024 11:35 PM

बांका. बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने रविवार को पटना में नवनिर्वाचित पदाधिकारियों की पहली बैठक कर शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करते हुए पहल की बात कही है. जिसमें प्रमुख रूप से ई शिक्षा कोष एप से शिक्षकों व बच्चों के हाजिरी बनाने पर कड़ा एतराज जताते हुए इसे हटाने की मांग की गयी है. संघ प्रदेश अध्यक्ष बृजनंदन शर्मा ने कहा कि ग्रामीण सुदूरवर्ती क्षेत्रों में नेट की समस्या रहती है. जिससे शिक्षकों व बच्चों की हाजिरी बनाने में कठिनाई हो रही है. वहीं शिक्षकों का सर्टिफिकेट जांच कराते हुए उनका ट्रांसफर पोस्टिंग की बात चल रही है. जो उचित नहीं है. संघ इसका पूरजोर विरोध करेगी. प्रदेश महासचिव सह बांका संघ नेता घनश्याम प्रसाद यादव ने कहा कि संघ शिक्षक हित के एक-एक मुद्दे के लिए तब तक लड़ाई लड़ेगी. जब तक की हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती है. इसके अलावा बैठक में संघ कार्यालय को सुचारू रूप से संचालन के लिए कंप्युटर ऑपरेटर रखने का निर्णय लिया गया है. बैठक में उपाध्यक्ष रामावतार पांडेय, मिथिलेश शर्मा, महादेव मिश्र, दुलालकांत नंदी, शंकर सिंह, महासचिव घनश्याम प्रसाद यादव, मनोज कुमार, हरेंद्र प्रसाद राय, जयप्रकाश चौधरी, नौशाद आलम, आशीष कुमार, आनंद कुमार राय, अयोध्या पासवान, राजीव रंजन, राम भूषण उपाध्याय सहित प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी प्रेमचंद्र मौजूद थे.

बॉलीबॉल संघ की बैठक आयोजित

बांका. जिला बॉलीबॉल संघ इकाई की एक बैठक रविवार को शहर के आरएमके मैदान परिसर में आयोजित हुई. जिसमें कई संघ सदस्यों ने हिस्सा लिया. इस दौरान संघ के क्रियाकलाप, प्रशिक्षण, टुर्नामेंट आयोजन आदि पर चर्चा की गयी. इस मौके पर संघ के कई अधिकारी सहित खेलप्रेमी मौजूद थे.

शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगे अंकुश

बांका. कांग्रेस सेवा दल के जिलाध्यक्ष मो. शमी हासमी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के क्रियाकलापों पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि इन दोनों विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. मामले में उन्होंने जिलाधिकारी सहित विभागीय मंत्री से जांच कराने की अपील की है. कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में कुछ लोग फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे हैं. जिसकी जांच होनी चाहिए. ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version