बांका. लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर प्रशासनिक तैयारी चरम पर है. खासकर विधि-व्यवस्था के साथ खतरनाक घाटों पर व्यापक सुरक्षा का इंतजाम किया जा रहा है. अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर से जिले के विभिन्न प्रखंडों में 48 खतरनाक छठ घाटों को चिन्हित किये गये हैं. इन घाटों पर अत्यधिक गहराई की वजह से डूबने की आशंका बनी रहती है. इनमें शामिल अधिकांश घाटों पर डूबने की घटना घट चुकी है. छठ पर्व में श्रद्धालुओं की अतिरिक्त भीड़ जुटने की वजह से एहतियातन कई कदम उठाये गये हैं. जिला आपदा प्रबंधन इकाई की ओर से लेकर इस जन-जागरुकता फैलाया जा रहा है. सभी चिन्हित घाटों के खतरनाक स्थलों की बैरिकेडिंग की जा रही है. बांस-बल्ला लगाया जा रहा है ताकि उस हिस्से में श्रद्धालु प्रवेश न कर सके. साथ ही इस संबंध जरूरी सूचना व सावधानी से संबंधित पोस्टर भी लगाया जाना है. वहीं दूसरी ओर जिला आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से भी चिन्हित खतरनाक छठ घाट पर दो-दो गोताखोर की तैनाती की जा रही है. स्थानीय स्तर पर आपदा मित्र की भी मौजूदगी रहेगी. विशेष मांग पर एसडीआरएफ की एक टीम सोमवार देर रात पहुंच चुकी है. एसडीआरएफ की टीम में 14 सदस्य हैं. टीम नाव, ट्यूब सहित अन्य जरूरी उपकरण से लैस है.
आपातकालीन संचालन केंद्र स्थापित
खतरनाक घाटों की निगरानी व सुरक्षा के लिए जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय में आपातकालीन संचालन केंद्र की स्थापना की गयी है, इसका दूरभाष नंबर 8709861088 नंबर जारी कर दिया गया है. यह 24 घंटे एक्टिव मोड में रहेगा और जरुरी सूचना संकलन के साथ आवश्यक कार्रवाई भी सुनिश्चित की जायेगी.जिले में चिन्हित खतरनाक घाटों की सूची
अमरपुर-
बैजुडीह, पवई महादेव पोखर, फूलवासा पोखर, चंसार पोखर, तारा पोखरबांका-
तारा मंदिर घाट, विजयनगर महादेव स्थान, भयहरण स्थान, एमआरडी स्कूल के पीछे, अलीगंज महावीर स्थान, के पास, सैजपुर नोनिहारी, भसौना, देवदा घाट, विडायडीहशंभुगंज-
मिर्जापुरफुल्लीडुमर-
भंगा पोखर लेटावरण तालाब, फुल्लीडुमर लेटावरण तालाब, फुल्लीडुमर बड़ी बांध, मध्यगिरी डैम, तेलिया पहाड़ शिवगंगा पोखर, कुमारपुर बड़की बांध, ईटहरी में गनौरा बांधबौंसी-
पापहरणी तालाबबेलहर-
केलावाड़ी पोखर सूर्यकाना बेलडीहा. पुआरीबां सौताडीहकटोरिया-
बड़का बांधचांदन-
चांदन नदी घाट, तेतरिया पोखर, धनकुंड शिवगंगा, अमजोरा पोखर, जोगडहा पोखरकहती हैं अधिकारी
चिन्हित खतरनाक छठ घाट पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. स्थानीय स्तर पर बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है. बैरीकेडिंग, साफ-सफाई के साथ पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है. लोगों को भी जागरुक किया जा रहा है.साक्षी कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, बांका
.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है