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बांका में हवाई वाहन ड्रोन से फसलों में कीटनाशी व तरल उर्वरक का होगा छिड़काव

तरल उर्वरक में शामिल एनपीके, एनपीके कनसोटिया, नैनो यूरिया, नैनो डीपएपी, सूक्ष्म पोषक तत्वों व अन्य उर्वरकों का ड्रोन से छिड़काव किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 22, 2024 8:06 PM
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-जिले में छिड़काव के लिए 1100 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित

बांकाः चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत मानव रहित हवाई वाहन ड्रोन से फसलों पर कीटनाशी व तरल उर्वरक का छिड़काव किया जायेगा. इस संबंध में राज्य मुख्यालय से राशि की स्वीकृति दे दी गयी है. जानकारी के मुताबिक, जिले में 1100 एकड़ में इसका छिड़काव का लक्ष्य तैयार किया गया है, जिसमें सभी प्रखंड में 100-100 एकड़ शमिल है. ड्रोन के माध्यम से कम समय में ज्यादा क्षेत्र में कीट, व्याधि, खरपतवार नियंत्रण किया जा सकेगा. तरल उर्वरक में शामिल एनपीके, एनपीके कनसोटिया, नैनो यूरिया, नैनो डीपएपी, सूक्ष्म पोषक तत्वों व अन्य उर्वरकों का ड्रोन से छिड़काव किया जायेगा. इसमें कम पूंजी का निवेश होगा और फसलों की उत्पादकता भी बढ़ेगी.

एक किसान को 10 एकड़ में छिड़काव का लाभ

मानव रहित हवाई ड्रोन के माध्मम से फसलों पर कीटनाशी व तरल उर्वरक का छिड़काव के लिए किसानों को व्यय होने वाले शुल्क का 50 प्रतिशत राशि विभाग खर्च करेगा. यानी 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में एक एकड़ के लिए अधिकतम 240 रुपये का भुगतान किया जायेगा. जबकि, एक किसान अधिकतम 10 एकड़ में छिड़काव का लाभ ले सकते हैं. कृषि विभाग के पौधा संरक्षण इकाई के माध्यम से चयनित एजेंसी ड्रोन से खेतों में छिड़काव कराया जायेगा. इसके लिए एजेंसी को शुल्क भुगतान किया जायेगा.

ऑनलाइन आवेदन पर मिलेगा लाभ

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत होना आवश्यक है. इसके बाद विभागीय वेबसाइट पर इसका सीधा ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. नियमानुसार किसानों का चयन कर लाभ दिया जायेगा.

कहते हैं अधिकारी

कृषि विभाग के पौधा संरक्षण इकाई के तहत इस योजना का लाभ दिया जायेगा. मानव रहित हवाई वाहन ड्रोन से फसल में कीटनाशी व तरल उर्वरक का छिड़काव काफी आधुनिक पद्धति है, जो काफी कारगर और फसल के लिए लाभप्रद साबित हो रहा है. किसान डीबीटी पोर्टल पर आवेदन कर इसका नियमानुसार लाभ उठा सकते हैं.

दीपक कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, बांकाB

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