दीपावली पर जलाये मिट्टी के दीये, कुम्हारों के घर भी होंगे रोशन
200 दीयों के दो आर्डर बाजार में पहुंचा दिए हैं.
पंजवारा. दीपावली को कुछ दिन रह गये हैं. इसके साथ ही कुम्हारों के चाक की रफ्तार तेज हो गयी है. आसपास के क्षेत्रों में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले दिन रात जुटे हुए हैं. कुम्हारों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री की अपील के असर से उनकी भी अच्छी दीवाली रहेगी. लोग चाइनीज झालरों का बहिष्कार कर दीयों से घरों को सजायेंगे. आधुनिकता के इस दौर में मिट्टी के दीये की पहचान बरकरार रखने के कारण कुम्हारों को इस बार भी कुछ कमाई की उम्मीद जगी है. पहले तो लोग भूल चुके हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को पारंपरिक चीजों को अपनाने को कहा. इसके बाद ही इसका असर देखा गया. वहीं पिंटू कुमार पंडित ने कहा कि मेरे पास काफी आर्डर आये हैं. 200 दीयों के दो आर्डर बाजार में पहुंचा दिए हैं. पैसे भी ठीक मिले हैं. पहले चाइनीज झालरों ने दीयों को अंधेरे में धकेल दिया था. दीये पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. उसी क्षेत्र की एक अन्य पुरण पंडित ने कहा कि मिट्टी का दीपक जलाने से घर में सुख समृद्धि आती है. हम दीये को बेहतर डिजाइन देकर बनाते हैं. घर खर्च भी इसी के सहारे चलता है. अब लोग मिट्टी के दीयों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं.
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